Illegal arms market decorated on internet media home delivery facility after contact with mobile number: digi desk/BHN/रायपुर/ इंटरनेट मीडिया पर अब अवैध हथियारों का बाजार भी सज गया है। बंदूक, पिस्टल, देसी कट्टा, कारतूस और चाकू, जो भी चाहिए, सब मिलेगा। विज्ञापनों में हथियारों की कीमत के साथ होम डिलिवरी की सुविधा का भी उल्लेख है। सुविधा के लिए संपर्क नंबर भी है। अभी तक नकली प्रोफाइल बनाकर धोखाधड़ी करने वालों से परेशान पुलिस के लिए यह नई चुनौती सामने आई है।
जून 2022 के बाद हथियार बिक्री वाले प्रोफाइलों की संख्या में अचानक तेजी आई है। इसमें गैंगेस्टर की फोटो लगाकर हथियारों का विवरण दिया जा रहा है। विशेषज्ञ इसे चेतावनी के रूप में देख रहे हैं जिसके भविष्य में घातक परिणाम सामने आ सकते हैं।
एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के अधिकारियों के मुताबिक कुछ फेसबुक एकाउंट्स की डिटेल खंगाली गई है। अधिकांश के आइपी एड्रेस राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा सहित दूसरे राज्यों के हैं। गुरुग्राम इसमें प्रमुख है। स्थानीय स्तर पर एकाउंट की निगरानी की जा रही है और लोकल कनेक्शन सामने आते ही धरपकड़ की जाएगी। अभी तक रायपुर में ऐसा कोई गिरोह सामने नहीं आया है।
रिपोर्टर ने एक फेसबुक एकाउंट पर दिए गए नंबर पर फोन किया तो दूसरे ही दिन हथियार डिलिवरी का प्रस्ताव आ गया। इसके लिए मात्र दो हजार रुपये आनलाइन भुगतान किया जाना है। बाकी के 14 हजार रुपये डिलिवरी के समय नकद देने के लिए कहा गया। पड़ताल में यह भी बात सामने आई है कि हथियार बेचने वाले पेज को फेसबुक में प्रमोट किया जा रहा। हजारों की संख्या में युवा इन पेजों को फालो कर रहे हैं। यहां पर देसी कट्टा, रिवाल्वर समेत विदेशी आटोमैटिक पिस्टल भी उपलब्ध हैं।
आनलाइन शापिंग साइट से घर-घर पहुंचे चाकू
रायपुर में लगातार चाकूबाजी की वारदात से पुलिस भी परेशान हो गई थी। जांच और पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि आनलाइन शापिंग साइट से चाकू मंगवाए गए थे। इसके बाद पुलिस ने संबंधित कंपनियों को पत्र लिखा। अब यदि कोई भी व्यक्ति चाकू मंगवाता है तो उसकी जानकारी शापिंग साइट के प्रतिनिधि तुरंत पुलिस को भी देते हैं। इससे चाकूबाजी की घटनाओं को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है।