- सतना जिले के जल शक्ति अभियान के कार्यों की हुई सराहना
- भारत सरकार से नियुक्त नोडल अधिकारी ने ली बैठक
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ भारत सरकार के गृह मंत्रालय की संचालक और जल शक्ति अभियान में सतना और पन्ना जिले के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी रंजीता रश्मि ने जिले में जल संवर्धन और जल संरक्षण के संपादित कार्यों की सराहना करते हुए जल उपयोगिता के संबंध में जन आंदोलन और जागरूकता के लिए रचनात्मक कार्यक्रम भी आयोजित कराने की सलाह दी है। गुरुवार की शाम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जल संवर्धन, संरक्षण से जुड़े विभागों के जिला अधिकारियों की बैठक लेकर उन्होंने जल शक्ति अभियान के कार्यों की समीक्षा की। इस मौके पर कलेक्टर अनुराग वर्मा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, कार्यपालन यंत्री आरईएस अश्वनी जायसवाल, कार्यपालन यंत्री पीएचई रावेंद्र सिंह, एसडीओ जल निगम साक्षी सिंह और केंद्रीय टीम के हाइड्रोलॉजिस्ट अनिल सिंह भी उपस्थित रहे।
नोडल अधिकारी रंजीता रश्मि ने जिले में पुष्कर सरोवर और अमृत सरोवर जैसी महत्वपूर्ण योजना के कार्य तीव्र गति से पूर्ण करने और गौशालाओं के पास वाटर बॉडी संरचना एवं चारागाह विकसित करने के नवाचार की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिले में जल संवर्धन और संरक्षण के लिए बेहतरीन प्रयास और कार्य किए गए हैं। उन्होंने जिले में किए गए कार्यों को भारत सरकार के सीटीआर पोर्टल पर भी अपलोड करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले में जन सहभागिता और जन सहयोग से जल संरक्षण, संवर्धन के कार्यों एवं अमृत सरोवर, गौशाला विकास की जानकारी में बताया कि अमृत सरोवर योजना में स्थानीय जनो, जनप्रतिनिधियों, औद्योगिक इकाइयों के सीएसआर के सहयोग को शामिल कर 27 करोड़ रुपये लागत के 106 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। इनमें आधे से अधिक सरोवर का काम पूरा हो गया है। इन सरोवरों के निर्माण में श्रमदान, सामग्री दान और मशीनरी सहयोग भी लिया गया है। इसके पूर्व जिले में जल संरक्षण के कार्यों में जागरूकता के लिए जनपद स्तर पर जल सम्मेलन, जिला स्तर पर संवाद और ग्राम स्तर पर यात्राएं भी निकाली गई हैं।
सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव ने बताया कि सतना जिले में मैहर, सोहावल और रामपुर बघेलान भू-जल की दृष्टि से सेमी क्रिटिकल हैं। जिनमें योजनाओं, कृषि विज्ञान केंद्र, डीआरआई एवं सीएसआर की सहभागिता से भू-जल रिचार्ज की सतही योजनाएं ली जा रही हैं। जल शक्ति अभियान में पुरानी जल संरचनाओं के सुधार, संधारण, नए वाटर बॉडी स्टोरेज संरचनाएं, ड्रेनेज लाइन, ट्रीटमेंट, केचमेंट एरिया ट्रीटमेंट, कृत्रिम वाटर रिचार्ज के जल संरक्षण कार्य लिए गए हैं। चल रहे कार्यों में 305 पुष्कर सरोवर, 147 विलेज पॉन्ड, 70 चेक डैम, 88 स्टॉप डेम सहित 1174 जल संरचनायें पूर्ण की गई हैं। इन संरचनाओं में उपयोगकर्ता दल बनाकर सिंचाई एवं मत्स्य पालन की गतिविधि से जोड़ा गया है। जिले में सभी गौशालाओं के पास एक वाटर बॉडी संरचना और चारागाह बनाने का नवाचार किया गया है। अब तक 79 गौशाला में कार्य पूर्ण हो चुका है। इन गौशालाओं का संचालन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाता है। सभी कार्यों की निगरानी के लिए जियो टैग और जियो मैपिंग के माध्यम से जोड़ा गया है।
नोडल अधिकारी रंजीता रश्मि ने कहा कि सतना जिले में जल संरक्षण, संवर्धन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवरों के शेष रहे कार्य भी नवंबर 2022 तक पूर्ण कर लिए जाएं।
जल निगम की एसडीओ साक्षी सिंह ने जल जीवन मिशन के कार्यों में बताया कि सतना जिले के पांच विकासखंड रामनगर, अमरपाटन, मैहर, रामपुर बघेलान और उचेहरा के लिए 1135 करोड़ रुपये लागत की बाणसागर सामूहिक ग्रामीण जल योजना का कार्य तेजी से चल रहा है। जिसमें टनल और संपवेल का काम पूरा होते ही 30 जून 2023 तक परियोजना पूर्ण कर ली जाएगी। कार्यपालन यंत्री पीएचई रावेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के शेष तीन विकासखंडों में स्वीकृत 220 योजनाएं जल जीवन मिशन की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही है। सभी योजनाओं में 70-80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
देखे जिले के जल संरक्षण के कार्य
2002 बैच की आईएएस अधिकारी रंजीता रश्मि 10 जुलाई तक सतना जिले के दौरे पर रहेंगी। जल शक्ति मिशन के अंतर्गत केन्द्र सरकार द्वारा सतना और पन्ना जिले की नोडल अधिकारी रंजीता रश्मि ने गुरुवार को सतना जिले के विकासखंड सोहावल और नागौद का भ्रमण कर अमृत सरोवर, पुष्कर सरोवर, स्टॉप डैम सहित अनेक जल संवर्धन के कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान नई दिल्ली की इस केन्द्रीय टीम में हाइड्रोलॉजिस्ट अनिल सिंह भी शामिल रहे।
जलशक्ति अभियान के अंतर्गत जनपद सोहावल के ग्राम पंचायत गौरेया, झाली, चुनहा और जनपद नागौद के ग्राम पंचायत सिंहपुर सहित विभिन्न पंचायतों में नोडल अधिकारी रंजीता रश्मि ने भ्रमण कर अमृत सरोवर खनगढ़, पुष्कर योजना के तालाब, गौरेया में निर्मित स्टॉप डैम कम रपटा एवं जल संरक्षण संवर्धन के कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने सिंचाई संरचनाओं के लिये गठित कृषक उपयोगकर्ता दल और महिला स्व-सहायता समूहों से भी चर्चा कर जल संरक्षण के कार्यों की उपयोगिता के संबंध में जानकारी ली। नोडल अधिकारी रंजीता रश्मि का भ्रमण के दौरान अमृत सरोवर चुनिया की उपयोगकर्ता दल स्व-समूह की महिलाओं ने स्वागत किया। उन्होने अमृत सरोवर चुनिया में वृक्षारोपण भी किया।