जिले के 8 विकासखंड मुख्यालयों पर हुआ मतदान दलों के पीओ और पी-1 अधिकारियों का प्रशिक्षण
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2022 के लिये मतदान दलों में नियुक्त किये जाने वाले पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी क्रमांक 1 का प्रथम प्रशिक्षण बुधवार को जिले के सभी विकासखंड मुख्यालयों पर शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और सोहावल विकासखंड का प्रशिक्षण शासकीय कन्या उमावि धवारी सतना में आयोजित किया गया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी और सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव के साथ शासकीय उत्कृष्ट उमावि मझगवां और शासकीय कन्या उमावि सतना का निरीक्षण कर प्रशिक्षण कार्य का जायजा लिया। इस दौरान एसडीएम मझगवां पीएस त्रिपाठी, एसडीएम रघुराजनगर एसके गुप्ता और एसडीएम सिटी नीरज खरे तथा मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता भी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे मतदान दल के अधिकारियों से कहा कि चुनाव के प्रशिक्षण को गंभीरता से लें। सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को चुनाव का व्यापक अनुभव है। लेकिन चुनाव की प्रक्रिया हर बार अपडेट होती है। इसलिये मतदान और मतगणना प्रक्रिया की बारीकी से जानकारी प्राप्त कर सभी शंकाओं का समाधान प्रशिक्षण के दौरान सुनिश्चित कर लें। उन्होने कहा कि पूरी मतदान और मतगणना प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचरण संहिता का पालन करें। निष्पक्ष रहें और हर कार्यवाही में निष्पक्षता दिखनी भी चाहिये। उन्होने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर हर प्रक्रिया के बारे में दक्ष बनें और कॉन्फिडेंट रहें। उन्होने कहा कि पंचायत निर्वाचन में चारों पदों के मतदान मतपेटी के माध्यम से कराये जाने हैं और मतगणना मतदान केन्द्र पर ही संपन्न करनी है।
मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता ने मतदान दलों के अधिकारियों को पीओ लीफलेट्स और पीओ बुकलेट तथा उपयोग में आने वाले प्रपत्र, मतगणना और मतदान प्रक्रिया की विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुये कहा कि पीओ बुकलेट में ईव्हीएम से संबंधित प्रपत्रों को नहीं भरा जाना है और न ही उन्हें बुकलेट से अलग करना है।
सरपंच के मतों की मतगणना अंतिम दौर में होगी
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने बताया कि त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन में जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच और पंच पदों के लिये मतदान मतपत्र और मतपेटी के माध्यम से संपन्न होगा। मतदान दलों को मतपेटी में डाले गये मतो की गणना का कार्य मतदान केंद्र पर ही करना है। मतगणना के दौरान विशेष रुप से सजग और सतर्क रहें। कोई भी मतपत्र दो स्थितियों में ही रिजेक्ट होगा। जबकि मतपत्र से ज्ञात नहीं हो सके कि मतदान किसके पक्ष में किया गया है अथवा मतपत्र में किसी प्रकार की पहचान अंकित की गई हो या वह मूल मतपत्र से भिन्न हो।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वर्मा ने बताया कि पूरे जिले में मतगणना की एकरुपता बनाये रखने के उद्देश्य से तय किया गया है सभी मतदान केन्द्रों में मतदान के पश्चात मतगणना का कार्य एक क्रम में किया जायेगा। इसके अनुसार सबसे पहले जिला पंचायत सदस्य, तत्पश्चात जनपद पंचायत सदस्य और पंच तथा अंतिम दौर में सरपंच पद के लिये प्राप्त मतों की गणना का कार्य किया जायेगा। शासकीय उमावि कन्या धवारी के प्रशिक्षण केन्द्र में 7 कक्षों में कुल 412 पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी क्रमांक 1 को प्रशिक्षण दिया गया। गुरुवार 9 जून को भी जिले के सभी विकासखंड मुख्यालय के प्रशिक्षण स्थलों पर दो पाली में प्रातः 10 बजे से एक बजे और द्वितीय पाली में दोपहर 2 बजे से 5 बजे मतदान दलों के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।