सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के उचेहरा तहसील अंतर्गत अतरवेदिया गांव में बीते 20 मई से हाइटेंशन बिजली टावर पर चढ़े किसान 22 दिन बाद वापस नीचे उतर गए हैं। लगभग एक दर्जन गांवों के किसान यहां पावर ग्रिड द्वार खेतों पर लगाए गए टावर के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। पिछले सात सालों से यह मांग चल रही है जिसके कारण आए दिन किसान टावर पर चढ़ जाते हैं। वहीं 12 लाख रुपये प्रति टावर और तीन हजार रुपये प्रति मीटर बिजली के तार का मुआवजे का आदेश जो कि सतना के तात्कालिक कलेक्टर अजय कटेसरिया ने दिए थे वह आदेश किसान अधिकारियों को दिखाकर मुआवजे की मांग करते हैं लेकिन इस आदेश के खिलाफ पावर ग्रिड द्वारा उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश का हवाला देकर मुआवजा देने से मना किया जा रहा है जिसके खिलाफ 11 किसान 20 मई से टावर पर चढ़कर आत्महत्या की धमकी दे रह थे।
इन्हें मनाने जिला प्रशासन और पुलिस लगातार प्रयास में थी। इसके एक माह पूर्व से किसान अनशन पर बैठे थे। अब किसान वापस नीचे उतर कर अनशन पर बैठ गए हैं जिसके बाद प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। इस दौरान उनसे मिलने एसडीएम और पुलिस अधिकारी भी गए।