रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ अग्रवाल नर्सिंग होम के संचालक सहित चार के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। प्रसव के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत के मामले में अस्पताल प्रबंधन की ब़ड़ी लापरवाही जांच में सामने आई है जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। कार्रवाई से अब स्वास्थ्य महकमे में भी ह़ड़कंप मचा हुआ है। मामला विश्वविद्यालय थाने के खुटेही में स्थित अग्रवाल नर्सिंग होम का है। मार्च 2021 में गर्भवती महिला को प्रसव के लिए अग्रवाल नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था जहां महिला की मौत हो गई थी। इस पूरे मामले की शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने जांच के आदेश जारी किए थे।
जिला कलेक्टर ने अपर कलेक्टर इला तिवारी के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की थी जिसमें स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक व पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। इस टीम ने पूरे मामले की जांच की जिसमें अस्पताल प्रबंधन की ब़ड़ी लापरवाही सामने आई है। जांच के बाद पुलिस ने अग्रवाल नर्सिंग होम के संचालक डॉ अरुण अग्रवाल डॉ निशा अग्रवाल, डॉ इशान अग्रवाल, मैनेजर राघवेंद्र शुक्ला के खिलाफ धारा 304 ए 336 के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। पुलिस अब इस मामले की नए सिरे से जांच कर जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। आपको बता दें कि विगत दिनों बैकुंठपुर थाने के माड़ो गांव निवासी प्रशांत सिंह ने अपनी पत्नी विद्या सिंह को प्रसव पी़ड़ा के बाद 24 अक्टूबर 2020 को अग्रवाल नर्सिंग होम में भर्ती कराया था।
रात में डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया जिसमें गलत ऑपरेशन की वजह से महिला की हालत बिग़ड़ने लगी जिस पर अस्पताल के चिकित्सकों ने परिजनों को उन्हें तत्काल संजय गांधी अस्पताल ले जाने की सलाह दी लेकिन कोई व्यवस्था नहीं करवाई जिससे अधिक ब्लाडिंग होने से महिला की मौत हो गई। जांच में अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही सामने आई जिनकी वजह से महिला की महिला की मौत हुई है। यदि नर्सिंग होम संचालक द्वारा समय रहते एंबुलेंस, ऑक्सीजन सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जाती तो महिला की जान बचाई जा सकती थी।
अग्रवाल नर्सिंग होम इससे पूर्व लिंग परीक्षण के मामले में भी सुर्खियों में आ चुका है। जिला प्रशासन व पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए डॉ अरुण अग्रवाल को ट्रेप कर रंगे हाथ लिंग परीक्षण करते पकड़ा था जिस पर उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। उक्त मामला अभी विचाराधीन है।