रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शहर के शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के 59 वर्षीय प्रोफेसर अपने सरकारी क्वार्टर में मृत मिले है। सूत्रों का दावा है कि उनका निधन 14 मई की रात ही हो गया था। लेकिन 15 मई को सुबह से शाम तक जब नहीं दिखे तो प्रोफेसर कालोनी के साथियों को अनहोनी की आशंका हुई। ऐसे में शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय में पदस्थ रिश्तेदार को सूचना दी गई।फिर रिश्तेदार ने विश्वविद्यालय थाने को जानकारी दी। पुलिस की मौजूदगी में मुख्य गेट का ताला तोड़वाया गया। अंदर पहुंचते तो प्रोफेसर कुर्सी पर मृत पड़े मिले। घटनास्थल की जांच में प्रथम दृष्टया पुलिस दिल का दौरा पड़ने से मृत्यू मानकर चल रही थी। रात में ही प्रोफेसर की लाश एसजीएमएच की मर्चुरी में शिफ्ट करा दी गई थी। सोमवार को पीएम कराया गया है। पीएम हो जाने के बाद शव स्वजन के सौप दिया गया है।
पुलिस ने दी घर पर सूचना
विश्वविद्यालय थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी पटेल ने बताया कि रविवार की रात 9 से 10 बजे के बीच प्रोफेसर कालोनी के पी 1 क्वार्टर में एक प्रोफेसर की मौत होने की जानकारी थाने आई थी। घटनास्थल पर पहुंचे तो इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टाफ ने कहा कि मृत प्रोफेसर की पत्नी भोपाल में रहती है। जबकि बेटा सिंगरौली में रहता है। वह वर्षों से अकेले प्रोफेसर कालोनी में रहते थे। हालांकि उनके एक रिश्तेदार मॉडल साइंस कॉलेज में पदस्थ है।
जबलपुर रहने वाले है प्रोफेसर
रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि मृत प्रोफेसर दीपक राज दुबे पुत्र ओमकार दुबे उम्र 59 वर्ष निवासी सिहोरा जिला जबलपुर दो साल से शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रीवा के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में प्राध्यापक पदस्थ थे। चर्चा है कि 14 मई की शाम तक प्रोफेसर दीपक राज दुबे सही थे। उनकी स्वजन से भी बात हुई थी। माना यह जा रहा है कि रात में ही हार्ट अटैक आया है। जिससे कुर्सी में बैठे-बैठे ही दम तोड़ दिए।