वसुधा में पूर्व मंत्री स्व. जुगुल किशोर बागरी की प्रतिमा का अनावरण
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ रैगांव के पूर्व विधायक और राज्य शासन के पूर्व राज्यमंत्री जुगल किशोर बागरी सहज, सरल और विराट व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने जीवन भर क्षेत्र के लोगों की सेवा समर्पित भावना से की। स्व. बागरी का व्यक्तित्व निर्मल जल की तरह था। जिस रंग में मिले, उसी रंग में ढल गए। इस आशय के विचार मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पूर्व विधायक की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर उनके गृह ग्राम वसुधा में स्व. जुगल किशोर बागरी की प्रतिमा के अनावरण समारोह में व्यक्त किए। इस मौके पर सांसद गणेश सिंह, जिलाध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेंद्र प्रताप सिंह, रीवा के श्री राम सिंह, स्व. विधायक के पुत्र पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष पुष्पराज बागरी, देवराज बागरी, प्रभा बागरी, वंदना बागरी, सेवानिवृत्त एसडीएम आरके बागरी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष श्री गौतम ने कहा कि पृथ्वी का शाश्वत सत्य है कि जो आया है, सो जाएगा। लेकिन महान व्यक्ति अपने भाव, विचार, कर्म और आचरण से अमरत्व को प्राप्त करते हैं। शरीर धरती पर नहीं होने के बावजूद वे हमारे आसपास ही रहते हैं। विधानसभा अध्यक्ष श्री गौतम ने स्व. बागरी के साथ लंबे समय के अनुभव को याद करते हुए कहा कि उम्र में वह बड़े थे। लेकिन विधानसभा की 18 से 20 साल की दोस्ती में उन्होंने इसका अहसास नहीं होने दिया। देश-विदेश की दौरे पर वह हमेशा साथ ही जाते थे। विधानसभा अध्यक्ष श्री गौतम ने कहा कि कोई व्यक्ति दुनिया में तीन चीजें छोड़कर जाता है वारिशान अधिकार, समाज का क्षेत्र और राजनीतिक विरासत। उन्होंने कहा कि स्व. बागरी ने समाज में जो प्रतिष्ठा हासिल की है और जो विरासत छोड़कर गए हैं, उसकी निरंतरता बनाए रखने का प्रयास किया जाना चाहिए।
स्व. बागरी की स्मृतियां अमिट रहेंगी-सांसद गणेश सिंह
सांसद गणेश सिंह ने कहा कि पूर्व राज्यमंत्री और रैगांव के पूर्व विधायक स्व. बागरी अपने क्षेत्र की जनता से सदैव पारिवारिक संबंध रखते थे। सहज, सुलभ सेवक और विराट व्यक्तित्व के धनी पूर्व विधायक स्व. बागरी का नाम क्षेत्र में युगों तक कायम रहेगा। सांसद श्री सिंह ने कहा कि क्षेत्र की जनता और गरीबों के कल्याण के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले स्व. बागरी की स्मृतियां अमिट रहेंगी। उन्होंने स्व. विधायक बागरी की सेवा धर्म की अनमोल विरासत को सहेजने और आगे बढ़ाने की जरूरत बताई। जिलाध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि स्व. जुगल किशोर बागरी अपने आप में पाठशाला थे। उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष श्री गौतम ने पूजन-अर्चन कर विधिवत शिला-पट्टिका का अनावरण कर स्व. बागरी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर स्व. बागरी की पत्नी रूप कुमारी और उनके सभी परिजन भी उपस्थित रहे।