सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सीएसआर मद और जनभागीदारी से नवीन तालाबों के निर्माण के लिये बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि स्वंतत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रत्येक जिले में 75 तालाब बनाने का आह्वान किया है। पानी को बचाने और संरक्षित रखने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रदेश के सभी जिलों में अधिकाधिक संख्या में तालाबों के निर्माण की बात कही है। इसी आह्वान पर जलाभिषेक योजना अंतर्गत अमृत सरोवर के कार्यों के तहत जिले में 112 नवीन तालाबों के लिये स्थल चयन किया गया है। सभी तालाबों का निर्माण कार्य मानसून आने से पहले 2 माह में किया जाना है। कलेक्टर ने औद्यागिक इकाईयों, निर्माण एजेन्सियों तथा विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य कराने वाले संविदाकारों से आह्वान करते हुये कहा है कि औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिये मिट्टी की आवश्यकता होती है। इसलिये संस्थानों द्वारा आवश्यक मिट्टी का खनन क्षेत्र के चयनित नवीन तालाबों से किया जाये। ताकि तालाबों का खनन एवं गहरीकरण शीघ्रता से हो सके।
कलेक्टर ने कहा कि यदि औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा निर्माण एजेन्सियों को मिट्टी जरुरत नही है, तब भी अपनी मशीनरी तालाब निर्माण कार्य हेतु आवश्यक रुप से प्रदान करें। क्योंकि बिना मशीनरी और जनभागीदारी के 2 महीने में तालाबों का निर्माण कार्य कराना संभव नहीं होगा। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, वनमंडलाधिकारी विपिन पटेल, अपर कलेक्टर राजेश शाही, एसडीएम सुरेश जाधव, एसके गुप्ता, जिला खनि अधिकारी सतेन्द्र सिंह, कार्यपालन यंत्री आरईएस अश्वनी जायसवाल, पीईडब्ल्यूडी मनोज द्विवेदी सहित निर्माण एजेन्सी के अधिकारी, विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि, संविदाकार, क्रेशर संचालक एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, सीईओ जनपद पंचायत, सहायक यंत्री और जनपद की टीम आपसी समन्वय स्थापित कर तालाब का निर्माण कार्य करायेगी। औद्योगिक संस्थानों को तालाब खनन हेतु मशीनरी भेजनी है। जबकि मजदूरों का कार्य मनरेगा से ग्राम पंचायतों द्वारा कराया जायेगा। कलेक्टर ने बताया कि तालाब निर्माण की शिला-पट्टिका में सहयोग करने वाली संस्थाओं का नाम अंकित किया जायेगा। उन्होने कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि इस कार्य को सीएसआर से जोड़कर प्राथमिकता से कराया जाये। नवीन तालाबों के निर्माण कार्य में कलेक्टर ने लोगों से सहभागिता निभाते हुये श्रमदान करने का भी आह्वान किया है।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव ने बताया कि भारत सरकार और मध्यप्रदेश शासन द्वारा जलाभिषेक योजना अंतर्गत जल के संरक्षण और संवर्धन के लिये यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होने बताया कि जिले के सभी 112 नवीन तालाबों का निर्माण मानसून आने से पहले 14 जून तक अनिवार्य रुप से पूरा किया जाना है। जिले के सभी औद्योगिक प्रतिष्ठान तथा विभिन्न निर्माण कार्यों से संलग्न निर्माण एजेन्सियां तालाब निर्माण में मशीनरी सपोर्ट और सहयोग प्रदान करें। उन्होने बताया कि वन क्षेत्र के चयनित स्थलों पर तालाब निर्माण के दौरान आने वाली तकनीकी समस्याओं का निराकरण वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा कराया जायेगा। वनाधिकारी आवश्यक कार्यवाही करते हुये ऑन पेपर अनुमति दिलाकर तालाब खनन से संबंधित वाहनों को वनों में प्रवेश करायेंगे।