स्वाधीनता अमृत महोत्सव का व्याख्यान सम्पन्न
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ अपने देश में ही नहीं अपितु विश्व में जहां भी भारतवंशी हैं वहां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उक्त उद्गार यहां सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कृष्णनगर में आयोजित स्वाधीनता अमृत महोत्सव के व्याख्यान कार्यक्रम में विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री जयंत सहस्त्रबुद्धे ने व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ियों के पास देश का विश्व में गौरव बढ़ाने का जिम्मा है। स्वाधीनता और आजादी के मध्य का अंतर स्पष्ट करते हुए राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने कहा कि आजादी मुक्ति के लिए संघर्ष नहीं था। यह स्व से चलने-चलाने का संघर्ष था।
व्याख्यान कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने कहा कि आठवीं सदी से लेकर अंग्रेजों तक जो भी आक्रमण हुए। उन्होंने विद्या दान के केंद्रों को नष्ट किया। यह हमारी विशेषता थी। मंदिर हमारे प्राण है इसलिए इन पर वार किया है। वह हमारी पहचान मिटाने आये। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विजय प्रताप सिंह ने स्वतंत्रता समर की बलिदानी लाल पद्मधर सिंह के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाल।
मंच पर जिला संघ चालक रामबेटा कुशवाहा और स्वाधीनता अमृत महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक सुरेश बड़ेरिया और सह संयोजिका गीता सिंह उपस्थित रहीं। संचालन कृष्ण मुरारी त्रिपाठी ने किया।