Govardhan Puja 2020: उज्जैन/ ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में रविवार दोपहर को गोवर्धन पूजन के साथ तीन दिवसीय दीपोत्सव का समापन हुई। चिंतामन स्थित मंदिर की गोशाला में गोवंश का पूजन किया गया। वहीं मंदिर परिसर में गोवर्धन की पूजा की गई। पुजारियों ने भगवान महाकाल से महामारी दूर करने और समृद्धि देने की कामना की। धनत्रयोदशी पर महाकाल मंदिर में दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। महापूजा के साथ महाकाल का अभिषेक किया गया था। इसके बाद रविवार को दीपावली पर राजाधिराज को केसर,चंदन का उबटन लगाकर सुगंधित द्रव्य व गर्मजल से स्नान कराया गया। सोने चांदी के आभूषण से श्रृंगार कर भगवान को अन्न्कूट लगाया गया। पुजारियों ने फुलझड़ी से आरती कर राजा संग दीपावली मनाई। रविवार शाम को मंदिर में प्रतीकात्मक आतिशबाजी की गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
कार्तिक मास की पहली सवारी कल
कोरोना काल के कारण इस बार तीन दिनों केवल प्रतीकात्मक पूजन किया गया। मंदिर प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में कार्तिक मास की सवारी के दौरान भी कोविड-19 के सभी नियमों का ध्यान रखा जाएगा। कार्तिक अगहन मास में भगवान महाकाल की सवारी निकलती है। इस वर्ष की पहली सवारी 16 नवंबर को निकलेगी। राजाधिराज विभिन्ना मार्गों से नगर भ्रमण करते हुए मंदिर पहुंचेंगे। कोरोना को देखते हुए श्रावण मास की तरह ही मार्ग को छोटा रखा जाएगा। सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को सवारी में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।