Russia-Ukraine War: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ यूक्रेन पर हमले के बाद तमाम प्रतिबंधों का सामना कर रहे रुस के सामने एक नई परेशानी खड़ी हो गई है। यूक्रेन पर हमले और खास तौर पर बुचा शहर में नरसंहार को लेकर अब पूरा विश्व समुदाय उसके खिलाफ खड़ा हो गया है। आज रुस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद (United Nations Human Rights Council) से निलंबित करने को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में वोटिंग हुई, जिसमें रुस के खिलाफ 93 वोट पड़े, जबकि 24 वोट उसके समर्थन में थे। वहीं भारत समेत 58 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। रूस के खिलाफ यह प्रस्ताव अमेरिका ने रखा है। UNHRC में भारत समेत कुल 47 सदस्य देश शामिल हैं।
बूचा नरसंहार पर क्या है स्थिति
यूक्रेन के बूचा शहर में हुए नरसंहार को लेकर चौतरफा हमले झेल रहे रूस ने खुद भी इस घटना की निंदा की है। भारत में रूस के दूतावास ने बयान जारी कर कहा है बूचा नरसंहार ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान नाजी हिंसा की भयानक यादों को ताजा कर दिया। रूस ने इसमें अपना हाथ होने से इंकार करते हुए इसकी स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है। रुस का कहना है कि रूस की छवि खराब करने के लिए यूक्रेनी सैनिकों ने ही ये साजिश रची है। भारत ने भी बूचा शहर में हुए नरसंहार की कड़ी आलोचना करते हुए इस मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की है। उधर रूस के साथ खड़े चीन ने भी बूचा में हुए नरसंहार की निंदा की है।
आपको बता दें कि बूचा शहर में एक सामूहिक कब्रिस्तान मिला है जिसमें से अब तक 300 यूक्रेनी नागरिकों के क्षत-विक्षत शव बरामद किए गए हैं। कई शव तो ऐसे हैं, जिनके हाथ पीछे बंधे हुए हैं और कईयों के माथे पर बंदूक सटाकर गोली मारी गई है। बूचा शहर की विचलित करने वाली इन तस्वीरों से दुनियाभर में कोहराम मच गया है। चारों तरफ इस घटना की निंदा हो रही है। यूक्रेन पर हमले के बाद करीब एक महीने से बूचा शहर रूसी सैनिकों के कब्जे में था। कुछ दिनों पहले रुसी सैनिकों ने इस शहर को खाली किया है। उसके बाद नरसंहार की तस्वीरें सामने आ रही हैं।