सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिला आयुष अधिकारी डॉ. रितु द्विवेदी द्वारा कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम के लिये जारी की गई गाइडलाइन एवं सोशल डिसटेन्सिंग का पालन करते हुये शुक्रवार को जिला आयुर्वेद चिकित्सालय सतना में पाँचवें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री आर.के. सोनी ने सर्वप्रथम भगवान ‘धन्वन्तरि’ की पूजा अर्चना की। उन्होनें कहा कि पूरे भारत में कोविड-19 संक्रमण काल में आयुष मंत्रालय एवं प्रधानमंत्री द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार त्रिकटु चूर्ण का सेवन काढा के रूप में किया गया। साथ ही लोगों में आयुर्वेद के प्रति विश्वास एवं जन-जागृति मिली। श्री सोनी ने आयुर्वेद पद्धति की चिकित्सा का 28 साल का अनुभव बताया। उन्होने मनुष्य के जीवन के सात प्रकार के सुख बताये, जिसमें प्रथम निरोगी काया के बारे में बताया। उन्होनें कहा कि यदि व्यक्ति स्वस्थ है, तो वह जीवन में हर प्रकार से सुखी रह सकता है।
जिला आयुष अधिकारी डा० रितु द्विवेदी द्वारा भगवान ‘धन्वन्तरि’ के जन्म के बारे में व्याख्यान दिया गया, साथ ही भगवान “धन्वन्तरि’’ को देवताओं के चिकित्सक एवं चिकित्सा के देवता बताये गये। इस कार्यक्रम में आर.एम.ओ. डॉ. राजेश चतुर्वेदी, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ पूनम पाण्डेय, होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी डॉ महेन्द्र पाण्डेय, कंपाउंडर भरतलाल मिश्रा, म.आयु.स्वा.कार्यकर्ता श्रीमती उर्मिला मिश्रा, श्रीमती राजकुमारी शुक्ला, रमाकांत सिंह, सुदामा प्रसाद सोनी, वैभव खरे, अनीश आनंद अहिरवार, योगेन्द्र कुमार तिवारी, प्रभात कुमार गौतम, भारत प्रसाद चौधरी, रामपाल वर्मा, महेश प्रसाद वर्मा, गोविंद प्रसाद वर्मा, छोटेलाल सेन, अर्चना सिंह, संजय प्रजापति, विनोद कुमार, लखनलाल, बिषमा देवी, प्रेमलाल उपस्थित रहे।