अनूपपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ अनूपपुर जिले अंतर्गत वन परीक्षेत्र जैतहरी के कदमसरा गांव में शनिवार की रात तीन हाथियों का समूह आ गया है। तीनों हाथी दंतैल हैं। तीनों हाथी रविवार को कदमसरा के पहाड़ी में डेरा जमाए हुए हैं। हाथियों के ऊपर वन विभाग ग्रामीणों के साथ निगरानी रख रहा है।
जानकारी अनुसार शनिवार रात करीब 8 बजे यह तीनों हाथी कदमसरा पंचायत के बड़का टोला में पहुंचे। यहां ग्रामीण विशाल सिंह के केला की फसल को नुकसान पहुंचाया। खेत के पास विशाल सिंह का घर भी है हाथी वहां नजदीक आ गए थे घर पर विशाल की वृद्ध दिव्यांग मां थी, जिसे पीछे के रास्ते से वन कर्मचारियों ने सुरक्षित बाहर निकाला और गांव भिजवाया। तीनों हाथी फिर बाड़ी से निकल कर फिर झिरहाटोला होकर प्रधानमंत्री सड़क रोड पार करते हुए जंगल की तरफ चले गए थे।
रात में ही यहां पर बड़का टोला, गढ़िया टोला, कदमसरा, रानी सागर मंदिर के पास मोहल्ला में मेरी करा कर लोगों को सतर्कता से रहने कहा गया हैं। हाथियों की जानकारी पर वन परीक्षेत्र जैतहरी का वन अमला, वेंकटनगर पुलिसचौकी के प्रभारी एवं पुलिस दल मौके पर पहुंच कर लोगों को हाथियों के समूह से दूर रहने तथा जंगल व जंगल के किनारे बसे ग्रामीणों को सतर्क रहने तथा कच्चे मकानों में रह रहे ग्रामीणों को मकानों से सुरक्षित निकालकर बीच गांव में ला कर रखा जा रहा है ताकि हाथी किसी ग्रामीण को नुकसान न पहुंचा सके।
रविवार सुबह करीब 10 बजे कदम सड़क के जंगल में महुआ पीएन रहे ग्रामीणों को यह हाथी दिखे थे। दोपहर करीब 4 बजे गढ़िया टोला जंगल में थे फिर कदमसरा के जंगल पहाड़ी में चले गए।बताया गया हाथियों का तीन समूह मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के जंगल सीमा में विचरण कर रहा है। 23 मार्च को दो दंतैल हाथी जैतहरी वन परिक्षेत्र के बीड़ गांव पहुंच कर फसलों को नुकसान पहुंचाया था तथा एक किसान के घर की कच्ची दीवार तोड़कर अंदर रखा गेहूं बाहर निकाल कर खा गए थे।इसी तरह 25 फरवरी को वन मंडल अनूपपुर के कोतमा वन परिक्षेत्र अंतर्गत दारसागर गांव में एक दंतैल हाथी आ गया था। हाथी का देखकर गांव की एक महिला और उसकी 2 वर्ष की बच्ची भागते समय घायल हो गई थी।कुछ दिन अनूपपुर में रहने के बाद फिर यह हाथी छत्तीसगढ़ की सीमा में चले गए थे। छत्तीसगढ़ के सीमा क्षेत्र से बार-बार हाथियों के आने से अनूपपुर जिले के सीमावर्ती गांव में रहने वाले लोग और वन विभाग का अमला परेशान है।