कोविड महामारी में माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिये जुटी 25 लाख की सहायता
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा की विशेष पहल पर कोरोना काल में माता-पिता एकल अभिभावक या दोनों को खोने वाले जिले के बेसहारा 157 बच्चों को निजी स्पॉन्सरशिप योजना की छाया मिली है। जिले के प्रमुख औद्योगिक प्रतिष्ठान, संगठन, शैक्षणिक संस्थानों एवं समाजसेवी दानदाताओं ने कलेक्टर की अपील पर ऐसे बच्चों को गोद लेकर पालन-पोषण की जिम्मेदारी उठाई है। ऐसे बालकों की सहायता के लिए निजी स्पॉन्सरशिप योजना के तहत 25 लाख रुपए की राशि संग्रहित हो चुकी है। जिसमें प्रति बालक प्रतिमाह 2 हजार रुपए की राशि दी जाती है।
कलेक्टर श्री वर्मा द्वारा निजी स्पॉन्सरशिप योजना के तहत ली गई बैठक में अपील अनुसार प्रिज्म जॉनसन सीमेंट लिमिटेड मनकहरी द्वारा 31 बच्चे, एमपी बिरला आरसीसीपीएल लिमिटेड द्वारा 33 बच्चे, अल्ट्राटेक सीमेंट सरलानगर मैहर द्वारा 29 बच्चे, बिरला सीमेंट कार्पोरेशन रघुराजनगर सतना द्वारा 20 बच्चे, मेहरोत्रा बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 10 बच्चे, केजेएस सीमेंट द्वारा 10 बच्चे, रामा कृष्णा ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन सतना द्वारा 10 बच्चे, रामा पैनल्स प्राइवेट लिमिटेड सतना द्वारा 5 बच्चे, लायंस हेल्पिंग हैंड्स क्लब द्वारा 3 बच्चे, सार्थक वेलफेयर सोसायटी द्वारा 2 बच्चे और जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सौरभ सिंह, सहायक संचालक श्याम किशोर द्विवेदी, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष राधा मिश्रा और सतना के दंत चिकित्सक डॉ विकास वाधवानी ने एक-एक बच्चे को निजी स्पॉन्सरशिप योजना में गोद लेकर उनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी ली है।
सभी संस्थाओं एवं समाजसेवी दानदाताओं ने गोद लिए हुए बच्चों की संख्या के मान से 2 हजार रुपये प्रति माह की दर से छमाही, त्रैमासिक और मासिक आधार पर सहायता राशि कलेक्टर द्वारा संधारित खाते में जमा कराई है। अब तक इन 157 बच्चों को गोद लिया गया है। इनके लिए 25 लाख रुपए की राशि संग्रहित की गई है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सौरभ सिंह बताते हैं कि जिले में कोरोना काल के दौरान माता-पिता एकल अथवा दोनों को खो चुके ऐसे बच्चो को महिला बाल विकास, बाल संरक्षण और बाल कल्याण समिति की टीम द्वारा सर्वे कर चिन्हांकित किया गया है। कलेक्टर अनुराग वर्मा के विशेष प्रयास से इन सभी ऐसे बच्चों की सहायता के लिए प्रतिष्ठान और संस्थाएं बढ़ चढ़कर आगे आई हैं। राज्य शासन की योजना के अलावा जिला स्तर पर जिला प्रशासन की ओर से इन बच्चों को त्यौहार, होली, दिवाली इत्यादि को अधिकारियों के साथ मनाकर उन्हें अभिभावक की पूर्ति का प्रयास और अहसास भी समय-समय पर किया जा रहा है।
जिला सलाहकार समिति की बैठक 28 मार्च को
कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में गर्भधारण प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसी एंड पीएनडीटी) के तहत नवीन जिला सलाहकार समिति की बैठक 28 मार्च को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने समिति के सदस्यों एवं संबंधित अधिकारियों को बैठक में उपस्थित होने के लिये कहा है।
रोजगार मेला आज मैहर में
जिला परियोजना प्रबंधक म.प्र.डे. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंजुला झा ने बताया कि डीडीयुजीकेवाय अंतर्गत जिला प्रशासन के सहयोग से विकासखंड स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन 26 मार्च 2022 को प्रातः 11 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक जनपद पंचायत मैहर के प्रांगण में किया जायेगा। उन्होने बताया कि रोजगार मेले में देश-प्रदेश की विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों बेरोजगार पुरुष एवं महिला आवेदकों का चयन किया जायेगा। रोजगार मेले में 18 से 40 वर्ष आयु तक के कक्षा 5वीं से 12वीं उत्तीर्ण, आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक डिप्लोमाधारी ग्रामीण क्षेत्रों के महिला एवं पुरूष आवेदक शामिल हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री जनकल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना में श्रमिको के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा
मध्यप्रदेश भवन एवं संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत समस्त श्रमिकों, जिनके बच्चे उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा एवं तकनीकि शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत है, ऐसे श्रमिकों के पुत्र/पुत्री को मुख्यमंत्री जनकल्याण (शिक्षा प्रोत्साहन) योजना में निःशुल्क शिक्षा का लाभ दिया जायेगा। निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्टेट स्कॉलरशिप पोर्टल http://scholarshipportal.mp.nic.in पर शीघ्र आवेदन कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।