Congress Meeting: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ विधानसभ चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में आत्ममंथन का दौर शुरु हो गया है। दिल्ली में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में 5 राज्यों में पार्टी को मिली हार की वजहों और आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने भाषण में कहा कि अगर पार्टी को लगता है, तो हम तीनों (सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा) इस्तीफ़ा देने के लिए तैयार हैं। लेकिन CWC ने सर्वसम्मति से इसे खारिज कर दिया। CWC ने सर्वसम्मति से सोनिया गांधी के नेतृत्व में अपने विश्वास की पुष्टि की और उनसे कांग्रेस का नेतृत्व करने का अनुरोध किया। अब कांग्रेस पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव सहित आगामी चुनावों में चुनावी चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस बैठक में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, हरीश रावत, राजीव शुक्ला, प्रमोद तिवारी जैसे कई नेता शामिल हुए। इनके अलावा अधीर रंजन चौधरी, देवेंद्र यादव आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह, अजय माकन और गुलाम नबी आज़ाद जैसे पुराने नेता भी मौजूद रहे।
वैसे, कांग्रेस के ज्यादातर नेता गांधी परिवार की गुड बुुक में बने रहने के लिए हर हाल में गांधी परिवार के ही किसी सदस्य को नेतृत्व सौंपने के पक्ष में हैं। वैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं का बड़ा वर्ग मानता है कि एक जुझारु, परिपक्व और जनाधार वाले नेता को कांग्रेस की बागडोर सौंपा जाना चाहिए, ताकि इसकी डूबती साख को बचाया जा सके। लेकिन CWC की बैठक से साफ हो गया कि अभी भी कांग्रेस के नेताओं की आंखों पर गांधी परिवार की पट्टी बंधी है और किसी भी बड़े कदम की अपेक्षा नहीं की जा सकती।