अनूपपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ राजीनामा और दोनों पक्षों की आपसी सहमति से लोक अदालत में रखे गए अधिकांश मामलों का समाधान हुआ। लोक अदालत के लिए अनूपपुर में 7, कोतमा में 5 और राजेंद्रग्राम में 3 पीठ गठित की गई थी। यहां मोटर दुर्घटना दावा,विद्युत चोरी के मामले, पारिवारिक विवाद,आपराधिक प्रकरण,धारा 138 चेक से संबंधित प्रकरण का निपटारा किया गया। इसी तरह मोटर एक्सीडेंट के मामलों में 21 लाख 70 हजार रुपये का अवार्ड पारित किया गया। पति- पत्नी के बीच विवाद के मामलों में 4 दंपतियों के बीच राजीनामा हुआ और वह मुकदमों को वापस लेकर एक साथ रहने चले गए। शनिवार को अनूपपुर जिले में आयोजित लोक अदालत में कुल 247 मामलों का निराकरण हुआ तथा 96 लाख 8 हजार 769 का अवार्ड पारित किया गया जिसमें बैंक रिकवरी,विद्युत बिल रिकवरी,नगरपालिका शुल्क वसूली आदि शामिल रहा।
प्रधान जिला न्यायाधीश रत्नेश चंद्र सिंह बिसेन, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल एवं अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संतोष सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर जिला न्यायालय परिसर अनूपपुर में लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर श्री बिसेन द्वारा संबोधन में कहा कि लंबी मुकदमें बाजी के तनाव से बचने के लिए और आपसी सौहार्द्र तथा प्रेम पूर्ण संबंधों को बढ़ाने के लिए लोक अदालत सबसे बढ़िया माध्यम है।लोक अदालत में मामले का निर्णय स्वयं पक्षकार आपस में बैठकर करते हैं,कोई उन पर जबरदस्ती फैसला नहीं थोपता।
पति -पत्नी राजीनामा से एक साथ रहने हुए तैयार
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार सिविल न्यायालय राजेन्द्रग्राम में नेशनल लोक अदालत हुई का शुभारंभ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति सिविल न्यायालय राजेन्द्रग्राम अविनाश शर्मा के द्वारा किया गया।लोक अदालत में न्यायालय में लंबित प्रकरण, समझौता योग्य आपराधिक, दीवानी,पारिवारिक, वैवाहिक, धारा -138 एनआईएक्ट के प्रकरण व राजीनामा योग्य प्रकरण निराकृत कराए गए। यहां कुल 48 प्रकरण निराकृत हुए। न्यायालय अविनाश शर्मा एडीजे एचएमए (हिन्दू मैरिज एक्ट) के 3 तथा न्यायालय एस के अग्रवाल न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां से धारा 125 के 13, सिविल के 7 सहित अन्य चार।न्यायालय राहुल छत्री न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां क्रिमनल के 13, सिविल के 7, प्रीलिटिगेशन बैंक रिकवरी के मामलों को सुलझाया गया।
इस अवसर पर न्यायधीश सुशील कुमार अग्रवाल, राहुल छत्री,अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष तीरथ प्रसाद लवमेश, अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी, विनोद कुमार सोनवानी व समस्त अधिवक्ता उपस्थित रहे।