सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ एनएसयूआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन की मौजूदगी में शुक्रवार दोपहर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा हुआ। प्रदर्शन में एनएसयूआइ के अलावा, युवक कांग्रेस, कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता भी शामिल रहे। इस दौरान पुलिस अधिकारियों समेत 100 से भी ज्यादा संख्या में बुलिस बल तैनात रहा। महंगाई, बेरोजगारी और छात्रों की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन और कलेक्ट्रेट घेराव के दौरान पुलिस से कार्यकर्ता भिड़ गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं की तरफ से पत्थरबाजी भी हुई जिसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां भांजी। इस दौरान कई कार्यकर्ता घायल हुए वहीं पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट आई। सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा सहित, कांग्रेस के मकसूद अहमद और कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जिसके बाद प्रदर्शन शांत हुआ।
तीन घंटे प्रदर्शन
सुबह 11 बजे से शुरु होने वाला एनएसयूआइ का यह प्रदर्शन दोपहर एक बजे से शाम लगभग चार बजे तक चला। इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। वहीं घेराव व प्रदर्शन के आह्वान को देखते हुए एक दिन पूर्व से ही पुलिस और जिला प्रशासन सख्त हो गया था और कलेक्ट्रेट की सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी गई थी। प्रस्तावित प्रदर्शन को लेकर कलेक्ट्रेट में सुरक्षा व्यवस्था संबंधी जायजा लेने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव खुद पहुंचे थे।
पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड व्यवस्था, रोड डायवर्ट और भीड़ को नियंत्रण करने के लिए बड़ी संख्या में सुबह से ही बल तैनात कर दिया था। प्रदर्शन को लेकर स्थानीय पुलिस ने तगड़े इंतजाम किए थे। एनएसयूआइ के भी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंचे।