‘‘खुशियों की दास्तां’’
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रदेश सरकार की योजनाओं तथा उन्नत तकनीकी के जरिये जिले के कृषक आत्मनिर्भर बन रहे है। सोहावल कृषक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड सतना के सहयोग से रामपुर बघेलान तहसील अंतर्गत मरौहा ग्राम निवासी कृषक दीनदयाल कुशवाहा द्वारा निर्मित जैविक पोषण गार्डन इन दिनों लोगो के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। आस-पास के ग्रामों से अन्य किसान भी इसे अपनाने और अपने घरों में बनाने के लिये देखने आ रहे है। इस जैविक पोषण गार्डेन की खासियत यह है की 30 बाई 30 वर्ग फिट क्षेत्रफल के छोटे से भू-खंड में 19 प्रकार की सब्जियां जैविक विधि से उगाई गयी है।
इसके अलावा इसमें 7 पेड़ पपीता लगाने और जैविक खाद बनाने के लिए भी स्थान दिया गया है। इस जैविक पोषण गार्डन से दीनदयाल कुशवाहा का 12 सदस्यीय परिवार अलग-अलग वैरायटी की ताजी, स्वच्छ जैविक सब्जियों का उपयोग कर रोजाना 200 रुपये की बचत कर रहा है। जैविक पोषण गार्डन के निर्माण तथा इससे होने वाले लाभ को देखकर दीनदयाल कुशवाहा बेहद खुश हैं। वे प्रदेश सरकार की नीतियों तथा उन्नत तकनीकी के लिये शासन-प्रशासन का धन्यवाद देते नही थकते।
जिला उद्यानिकी अधिकारी नारायण सिंह कुशवाह ने बताया कि कोई भी कृषक या सामान्य परिवार अपने घर या खेत के आस-पास खाली पड़े छोटे से भू-खंड में जैविक पोषण गार्डन निर्मित कर जैविक सब्जियों का उत्पादन कर सकता है। इससे परिवार निरोगी रहेगा, पैसे की बचत होगी तथा आत्मनिर्भरता आएगी। श्री सिंह ने शासन की कोल्ड स्टोरेज स्कीम तथा एफपीओ की खाद्य प्रसंस्करण इकाई को भी निर्मित करने का आग्रह किसानों से किया। सोहावल कृषक प्रोड्यूसर कंपनी की अध्यक्ष श्रीमती साधना तिवारी ने बताया कि सभी सदस्य किसानों को तकनीकी मदद से जैविक पोषण गार्डन निर्मित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिससे किसान आत्मनिर्भर बनेंगे और उनका परिवार बीमारियों से बचा रहेगा।
ईव्हीएम-वीवीपैट मशीनों की शिफि्ंटग 14 फरवरी को
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश शाही ने बताया कि रैगांव उप चुनाव 2021 के निर्वाचन के दौरान उपयोग की गई ईव्हीएम-वीवीपैट मशीनों को भौतिक रुप से शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व्यंकट क्रमांक-1 से नवीन वेयर हाउस में 14 फरवरी को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार शिफ्ट किया जायेगा। उन्होने बताया कि उप चुनाव के दौरान उपयोग हुई इन मशीनों से संबंधित कोई भी याचिका उच्च न्यायालय जबलपुर में प्रस्तुत नही की गई है।