रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ नेशनल हाईवे के ओवरब्रिज में लाल डिब्बा रखकर बम की दहशत फैलाने वाले आरोपितों से पूछताछ के लिए शनिवार को यूपी की एसटीएफ टीम सोहागी थाना पहुंची और गहन पूछताछ की। दरअसल यूपी में बम प्लांट किए जाने के मामले न सिर्फ सामने आए थे बल्कि पकड़े गए तीनों आरोपियों यूपी के रहने वाले हैं। जिन्हें एमपी की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस रिमांड में हैं।
इनकी हुई थी गिरफ्तारी
ज्ञात हो कि रीवा जिले के नेशनल हाईवे में बम प्लांट किए जाने के मामले लगातार सामने आने के बाद एक्टिव हुई रीवा की पुलिस ने आरोपी प्रकाश सिंह सोमवंशी निवासी भसुंदर खुर्द थाना मेजा प्रयागराज उत्तर-प्रदेश, रामतीर्थ साकेत निवासी भसुंदर खुर्द थाना मेजा प्रयागराज उत्तर-प्रदेश एवं देवेश दुबे निवासी मकान नम्बर 13 गंगा नगर कालोनी थाना गंगा नगर, मेरठ उत्तर-प्रदेश को गिरफ्तार किया था।
किया गया स्थल निरिक्षण
यूपी पुलिस सहित रीवा की पुलिस जहां आरोपियों से पूछताछ की है वही सोहागी, गंगेव, मनगंवा, मऊगंज एवं शाहपुर का स्थल निरिक्षण आरोपियों के साथ किया है। आरोपियों से पुलिस यह जानने का प्रयास की है कि वे किस तरह से घटना को अंजाम देने के साथ ही बम प्लांट वाले लाल डिब्बे रख रहे थे।
गढ़ पुलिस ने भी की पूछताछ
पकड़े गए आरोपियों से गढ़ थाना की पुलिस ने भी पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2018 में लाल सिलिंडर और उसमें घड़ी टिक-टिक करती पाई गई थी। उक्त घटना के सम्बंध में जानकारी लेने के लिए गढ़ थाना प्रभारी ने आरोपितों से गहन पूछताछ की है। जिससे गढ़ थाना क्षेत्र की घटना को लेकर भी पुलिस आगे की कार्रवाई कर सके।
खातों की ली जा रही जानकारी
पकड़े गए आरोपियों के खातों के सम्बंध में भी यूपी और एमपी की पुलिस जानकारी ले रही है। जिससे आरोपितों के पैसों के लेन-देन को लेकर पुलिस जानकारी एकत्र कर सकें। इससे यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आरोपितों को पैसों का लेन-देन कहा से हो रहा है। माना जा रहा है कि आरोपित पैसों के लिए इस तरह की घटना कारित कर रहे थे। बहरहाल पुलिस की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
NSA की हुई कार्रवाई
रीवा की पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की है। दरअसल बम कांड में पकड़े गए आरोपियों में प्रकाश सिंह मास्टर माइंड है। वह मैकेनिकल इंजीनियर था। पुलिस को पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह मिर्गी का पेशेंट है। जिसके चलते उसकी नौकरी छूट गई थी।