सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में बुधवार को 15-18 वर्ष आयु की श्रेणी के कोविड-19 वैक्सीनेशन में 33 लाख से अधिक डोज़ पूर्ण होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी है। मध्यप्रदेश ने इस श्रेणी में कुल लक्ष्य की दो तिहाई से अधिक उपलब्धि अर्जित कर ली है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के वैक्सीनेशन में मध्यप्रदेश अग्रणी रहा है, उसी तरह अब किशोर वर्ग को कोरोना से सुरक्षा देने का कार्य बेहतर रूप से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की सम्पूर्ण जनता को कोरोना से सुरक्षा देने का एक अहम पड़ाव हमने पूर्ण कर लिया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व से आज देशवासियों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध हुई है।
महाअभियान और जन-भागीदारी महत्वपूर्ण
मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन के लिए समय-समय पर महाअभियान भी संचालित हुए हैं। इन महाअभियानों में व्यापक जन-भागीदारी देखने को मिली है। यही वजह है कि आज 19 जनवरी की शाम तक 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग में प्रदेश में 33 लाख 60 हजार वैक्सीन डोज पूर्ण हो गये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस सफलता के लिए जन-प्रतिनिधि, धर्मगुरू, समस्त फ्रंटलाइन वर्कर्स, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों सहित समस्त जिलों के प्रशासनिक अधिकारी और स्टाफ सदस्य बधाई के पात्र हैं।
राष्ट्रीय औसत से आगे मध्यप्रदेश
देश में वैक्सीनेशन कार्य को एक वर्ष पूर्ण हो गया है। मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन प्रारंभ होने के पहले दिन 16 जनवरी 2020 से ही उत्साहजनक वातावरण का निर्माण किया गया। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने खेतों-खलिहानों तक जाकर वैक्सीनेशन किया। किशोर वर्ग भी वैक्सीनेशन से लाभान्वित हो रहा है। गत 3 जनवरी से प्रारंभ किशोरों के वैक्सीनेशन के कार्य में मध्यप्रदेश ने राष्ट्रीय औसत 50 प्रतिशत के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक उपलब्धि हासिल की है। मध्यप्रदेश ने इस श्रेणी के पात्र किशोरों में से 70 प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूर्ण कर लिया है। गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन में भी मध्यप्रदेश अन्य प्रदेशों से आगे है। प्रदेश की करीब 7 लाख गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं।
स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण 26 जनवरी से – मंत्री भूपेन्द्र सिंह
14 फरवरी को किया जायेगा स्वच्छ प्रतिष्ठानों को सम्मानित
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने और कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग में सभी नगर निगमों को 5-स्टार और अन्य नगरीय निकायों को 3-स्टार दिलाने के लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए 26 जनवरी से ‘स्वच्छ प्रतिष्ठान’ सर्वेक्षण शुरू किया जायेगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि यह अभियान 15 दिवस चलेगा। श्री सिंह ने सभी सांसद और विधायकों को पत्र लिखकर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के आव्हान के साथ ही प्रदेश में स्वच्छता का संकल्प ले लिया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश स्वच्छता के साथ हर क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है।
श्री सिंह ने जन-प्रतिनिधियों से अभियान में सक्रिय भागीदारी करने का आग्रह किया है, जिससे अभियान को गति मिले। सर्वेक्षण में चयनित प्रतिष्ठानों को 14 फरवरी 2022 को पुरस्कृत किया जायेगा।
श्री सिंह ने बताया है कि शहर में स्थित प्रतिष्ठानों में निजी एवं शासकीय कार्यालय, बैंक, छोटी-बड़ी दुकानें, शो-रूम, अस्पताल, क्लीनिक, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल आदि शामिल हैं। स्वच्छ शब्दावली में इन्हें बल्क वेस्ट जनरेटर कहा जाता है। इनके बीच ही स्वच्छ प्रतिस्पर्धा की जायेगी। स्टार रेटिंग के आधार पर इनकी राज्य स्तरीय रैकिंग भी होगी।