सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर पालिकाओं के निर्वाचन हेतु एक जनवरी 2022 की स्थिति में फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण हेतु तिथिवार कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है।
आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक कंट्रोल टेबल चेक लिस्ट की प्रति रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को 20 जनवरी तक प्रदान करना है। साथ ही 21 जनवरी तक कंट्रोल टेबल चेकलिस्ट की प्रति मतदान केन्द्रों के परीक्षण और युक्तियुक्तकरण के संबंध में प्रस्ताव प्राप्त करने हेतु नगर पालिका के लिये आयुक्त नगर पालिक निगम व मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सौंपना होगा। जबकि मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर 22 जनवरी तक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को सौंपना होगा। जबकि मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण के संबंध में प्राप्त प्रस्तावों का परीक्षण कर 24 जनवरी तक उन्हें अंतिम करना और कंट्रोल टेबल में संशोधित करने तथा कंट्रोल टेबल का परीक्षण करना और संशोधित होने पर हस्ताक्षर करने का कार्य 27 जनवरी तक तथा कंट्रोल टेबल का डिजिटल हस्ताक्षर से सत्यापन का कार्य 28 जनवरी तक पूर्ण करना है।
इसके अलावा प्रारूप मतदाता सूची तैयार करने के कार्य के तहत एक फरवरी तक शिफ्टिंग सूची, विलोपन सत्यापन सूची और संशोधित सत्यापन सूची ई.आर.एम.एस. से जनरेट कर रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध कराना होगा। इस सूची की मार्किंग हेतु प्राधिकृत कर्मचारी को 3 फरवरी तक उपलब्ध करना होगा। जबकि यह सूची 7 फरवरी तक मार्किंग कर रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को प्रदान करनी होगी। 11 फरवरी तक इसकी जांच व व्हेरीफिकेशन कार्य कर शिफ्टिंग संबंधित विवादों के निराकरण के लिये बैठक का आयोजन 14 फरवरी तक करना होगा। वहीं विवादों का निराकरण 15 फरवरी तक करने और व्हेरीफिकेशन सूची ई.आर.एम.एस. में प्रविष्टि हेतु वेण्डर को 17 फरवरी तक सौपना होगा। 18 फरवरी तक चेकलिस्ट रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को प्रदान करना होगा और 21 फरवरी तक चेकलिस्ट की जांच और जांच उपरांत परिलक्षित त्रुटियों को सुधारने के लिये चेकलिस्ट वेण्डर को वापस करने सहित त्रुटियों को सुधार कर एकीकरण करने का कार्य संपादित करना होगा।
नगरीय निकायों में ‘मास्क ही है जिन्दगी’ अभियान 20 जनवरी से
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कोरोना से बचने के लिए नागरिकों को मास्क लगाने के प्रति जागरूक करने के लिए सभी नगरीय निकायों में 20 जनवरी से ‘मास्क ही है जिन्दगी’ अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। यह अभियान 20 दिन चलेगा।
श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से बचाव के लिए पूरे देश में निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करवाई है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वैक्सीनेशन के साथ कोरोना से बचाव के लिए चाक-चौबंद व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की हैं। इसी का परिणाम है कि वैक्सीनेशन में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों में हैं।
श्री सिंह ने बताया है कि अभियान का उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों में मास्क के प्रयोग को बढ़ावा देना है। मास्क को जन-सहयोग से सुलभ तरीके से उपलब्ध कराना और मास्क बैंक स्थापित करना। मास्क को ठीक ढंग से पहनने और उसके सुरक्षित निपटान की जानकारी देना।
अभियान में अशासकीय संगठनों, संस्थाओं और युवाओं का सहयोग लिया जायेगा। व्यक्तिगत जनसंपर्क के साथ जागरूकता की विभिन्न गतिविधियाँ की जाएगी। मास्क लगाने वाले को प्रोत्साहन और नहीं लगाने वाले लोगों को समझाइश दी जायेगी। रोको-टोको अभियान चलेगा। विभिन्न प्रचार माध्यमों से मास्क लगाने के फायदे बताये जायेंगे। मास्क नहीं लगाने पर समझाइश के बाद चालानी कार्यवाही भी की जायेगी। मंत्री कार्यालय तथा संचालनालय स्तर पर अभियान की सतत् मॉनिटरिंग की जायेगी।
एकीकृत और संस्कृत छात्रवृत्ति के लिए आवेदन आमंत्रित
शासकीय महाविद्यालयों में दिव्यांग विद्यार्थियों को सत्र 2021-22 में कम्प्यूटर और प्रबंधन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए जीवन निर्वाह भत्ता और परिवहन भत्ता राशि के भुगतान के लिए 30 जनवरी 2022 तक आवेदन आमंत्रित किए गये हैं। मध्यप्रदेश के शासकीय और अनुदान प्राप्त महाविद्यालय में एकीकृत और संस्कृत छात्रवृत्तियों के लिए भी 30 जनवरी 2022 तक आवेदन किये जा सकेंगे। आवेदन संस्था प्रमुख से अग्रेषित कराकर उच्च शिक्षा सतपुड़ा भवन भोपाल भेजना होगा। योजना में पात्रता संबंधी विस्तृत जानकारी विभाग की वेबसाइट www.highereducation.mp.gov.in पर देखी जा सकती है।
आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं के लिये आवेदन आमंत्रित, 5 फरवरी तक कर सकते हैं आवेदन
जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित विशिष्ट आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिये 5 फरवरी 2022 तक आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। सहायक आयुक्त अनुसूचित जाति एवं जनजातीय कार्य विभाग ने जानकारी दी कि कक्षा 5वीं में अध्ययनरत अनुसूचित जाति वर्ग, विशेष पिछड़ी जनजाति (भारिया, बैगा, सहरिया) विमुक्त जनजातियां, घुमक्कड़ एवं अर्द्ध-घुमक्कड़ समुदाय के अलावा वे सभी बच्चे जिन्होंने उग्रवाद या कोविड-19 महामारी में अपने माता-पिता को खो दिया है, वे प्रवेश के लिये आवेदन कर सकते हैं। साथ ही विधवा महिला की संतान, दिव्यांग एवं दिव्यांग माता-पिता की संतान, अनाथ एवं भूमिदाता जिन्होंने विद्यालय भवन निर्माण के लिये भूमिदान की हो, प्रवेश के लिये आवेदन कर सकते हैं। सभी इच्छुक आवेदनकर्ता विभागीय वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।