A victim of cheating in the name of online job jumped from railway over bridge condition critical: digi desk/BHN/खंडवा/ आनलाइन नौकरी के नाम पर ठगे जाने से आहत 12वीं की छात्रा ने 40 फीट ऊंचे रेलवे ओवर ब्रिज से कूदकर जान देने की कोशिश की। छात्रा मां के साथ बैंक गई थी और अधिकारियों से रुपये वापस दिलवाने की गुहार लगा रही थी। इस बीच मां के पास से उठकर छात्रा रेलवे ओवर ब्रिज पर आई और वहां से कूद गई। उसके दोनों पैर और चेहरा बुरी तरह से जख्मी हुआ है। गंभीर हालत में पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती किया है। कोतवाली पुलिस ने मामला जांच में लिया है।
12वीं की छात्रा मनीषा यादव निवासी गांव पिपरी जिला अशोक नगर हाल मुकाम छोटी बोरगांव (खंडवा) ने दोपहर करीब ढाई बजे ब्रिज से कूदकर जान देने का प्रयास किया। मनीषा के पास पिता परिमलसिंह यादव का मोबाइल रहता था।
मोबाइल पर बुधवार को आनलाइन नौकरी को लेकर दो मैसेज आए। इनका का मनीषा ने रिप्लाय किया था। इसके बाद उसे आनलाइन नौकरी का भरोसा दिलाते हुए ठग ने कागजी कार्रवाई के नाम पर आधार कार्ड और पिता के खाता संबंधी सभी जानकारी ली।
इस पर मोबाइल पर ओटीपी नंबर आया था, जिसे मनीषा ने ठग को बता दिया। ओटीपी नंबर बताते ही उसके पिता के खाते से करीब 98 हजार रुपये ठग ने निकाल लिए। यह देख मनीषा के होश उड़ गए। उसकी पांच बहने हैं। बड़ी बहन की शादी की बात हो चुकी थी। मनीषा को लग रहा था कि आनलाइन नौकरी लग जाने से पढ़ाई के साथ ही वह घर का कुछ खर्च भी उठा लेगी लेकिन वह इस चक्कर में ठगी का शिकार को गई।
साइबर सेल में शिकायत करने का कहकर थाने से लौटाया
पिता परिमल सिंह का कहना है कि उन्होंने रात में पदमनगर थाने में शिकायत भी की, लेकिन उन्हें यह कहा गया कि मामला साइबर सेल से संबंधित है। सुबह साइबर सेल में शिकायत करना। इसके बाद गुरुवार को मनीषा मां के साथ बाम्बे बाजार स्थित एसबीआइ पहुंची। बैंक में उसके पिता का खाता है। यहां दोनों ने अधिकारियों को ठगी की जानकारी दी। मां ने अधिकारियों से कहा कि उनसे ठगे गए रुपये वापस दिलाए जाएं। बताया जाता है कि अधिकारियों ने पुलिस में जाकर शिकायत करने के लिए कहा था।
इस दौरान मां बैंक में रुपये वापस पाने के लिए गुहार लगा रही थी, तभी मनीषा उठकर बाहर आ गई। मां को लगा कि किसी काम से गई होगी लेकिन मनीषा स्कूटी लेकर रेलवे ओवर ब्रिज पर आ गई। यहां से उसने छलांग लगा दी। ओवर ब्रिज के जिस कोने से मनीषा कूदी, उसके नीचे से ट्रेन का आवागमन नहीं है। गनीमत रही कि यहां से हाईटेंशन लाइन के तार भी दूर हैं। कुछ ही दूर स्थित जीआरपी को जब जानकारी लगी तो वे छात्रा को बचाने पहुंचे। उन्होंने छात्रा को डायल 100 वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया।