शहडोल,भास्कर हिंदी न्यूज़/ शहडोल में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि विद्यार्थियों की पूरी क्षमता को याद कराते हुए उन्हें सामाजिक एवं देश के प्रति प्रेम पैदा करने की विद्या प्रदान करें। यहां सबसे ज्यादा आदिवासियों की संख्या है। अनुसूचित जनजाति अंचल में जन्मजात जानलेवा रोग सिकलसेल के व्यापक प्रसार को देखते हुए जरूरी है कि विश्वविद्यालय इस रोग नियंत्रण के प्रयास में आगे आए। ट्राईबल एरिया में सिकलसेल अभी दूर करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि प्रोफेसर पढ़ाते-पढ़ाते बच्चे को आरोग्य का भी ज्ञान कराएं। गुजरात में भी सिकलसेल को लेकर हमने बड़ा काम किया है। ट्राईबल बेल्ट में सबसे पहले सिकलसेल की जांच कराएं तभी तो इसका पता चलेगा।
सरकार अपना का काम कर रही है लेकिन यूनिवर्सिटी भी सिकलसेल को दूर करने के लिए प्रयास करें। यूनिवर्सिटी पांच गांव की जिम्मेदारी ले। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सिकलसेल की अच्छी तरह से जांच कराएं।
इसके पहले उन्होंने कहा कि नर्मदा उद्गम एवं पांडवों की अज्ञात स्थली को नमन करता हूं। सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। जिन बच्चों ने दीक्षा ली है और प्रतिज्ञा ली है उसे 365 दिन यह आपके 1 दिन की प्रतिज्ञा नहीं है। आप हर दिन इस प्रतिज्ञा को याद करते रहे। धन ऐसा कमाया जाए संस्कार के साथ आय। अपनी मातृभूमि को लांछन ना लगे ऐसा काम करें। स्वतंत्रता और एकता के लिए प प्रयत्न करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि विश्व विद्यालय में विद्यार्थियों के भविष्य के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जाए।
उन्होंने कहा कि गुजरात में ऐसा प्रयत्न किया गया कि आदिवासी बच्चों के सामने कहा गया यदि आपको शादी करनी है तो पहले सिकलसेल की जांच कराओ। दोनों सिकलसेल वाले होंगे तो बच्चा भी सिकलसेल वाला होगा।