Only six muhurtas in december then marriages will take place a new variant of corona may interfere: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ कोरोना की रफ्तार कम होने के बाद लोगों का विवाह समारोह में जाने का सिलसिल अब बढ़ने लगा है। नवंबर-दिसंबर में विवाह के 13 मुहूर्त थे, जिसमें सात मुहूर्त बीत चुके हैं और अब दिसंबर में सिर्फ छह मुहूर्त बचे हैं। इसके बाद एक महीने के लिए मलमास लग जाएगा और शहनाइयां बजना बंद हो जाएंगी। इससे पहले ही कोरोना के नए वैरिएंट ने हर किसी को सकते में डाल रखा है। यही कारण है कि अब सरकार फिर से अलर्ट मोड में आ गई है। ऐसे में आशंका है कि जल्द ही शादियों सहित सार्वजनिक आयोजन में दी छूट पाबंदियों में तब्दील हो जाएंगी। लोगों ने कोरोना को पूरी तरह भुला दिया है और बिना किसी सावधानी के शादियों में मौज उठाने के मूड में नजर आ रहे हैं।
लोगो में कोरोना का खौफ खत्म हो गया है और शारीरिक दूरी की भी कमी नजर आ रही है। इधर पाबंदियां हटने के बाद लोगों ने प्रशासन से अनुमति लेनी भी बंद कर दी है। यानी दिसंबर में दर्जनों शादियां होना तय हैं। इनको लेकर सारे मैरिज गार्डन, धर्मशाला आदि बुक हो गए हैं। लोग अब न सिर्फ शादियां करवा रहे हैं बल्कि मेहमान भी बड़ी संख्या में बुलाए जा रहे हैं। पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया था। अब फिर से कोरोना के केस प्रदेश में सामने आने लगे हैं। दूसरी लहर मार्च से मई के बीच आई थी। दिसंबर और जनवरी में फिर से कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका डब्ल्यूएचओ जता रहा है। इधर 18 से कम आयु वाले बच्चों को वैक्सीनेशन अभी तक नहीं लगा है। ऐसे में रिस्क पहले के मुकाबले और बढ़ा नजर आ रहा है। शादियों के सीजन के बाद संक्रमण के मामले में उछाल देखा जा सकता हैं।