छतरपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ लगभग 3 महीने पहले नौगांव के बस स्टैंड पर कचरे के ढेर में पॉलीथिन में लिपटी पड़ी मिली मासूम लाड़ली जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में रहकर स्वस्थ्य हो जाने के बाद शिशु बालगृह के सुपुर्द कर दी गई है। मासूम का नाम कनिका रखा गया है, अब उसका लालन-पालन बालगृह में किया जाएगा।
जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड प्रभारी डॉ. ऋषि द्विवेदी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश जैन और अस्पताल में आने के बाद से कनिका की देखभाल करने वालीं नर्सों में शगुन, संगीता, प्रियंका, पूजा, रजनी, कल्पना प्रकाश एवं आया उर्मिला, सुनीता, सर्वेश की उपस्थिति में इसे शिशु बालगृह के प्रभारी विनय पटैरिया के सुपुर्द किया गया। वहां अब कनिका 7 अन्य मासूम बच्चों के साथ रहेगी। यहां से इच्छुक दंपत्तियों का कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बच्चों को गोद भी दिया जाता है। शिशु बालगृह के राघव चंदेल ने बताया कि शासन की मंशा है कि विभिन्न परिस्थितियों के कारण जो लोग अपने बच्चों को जानलेवा हालातों में फेंक देते हैं, उन्हें समझाइश दी जाए कि वे बच्चों को फेंके नहीं बल्कि सुरक्षित हाथों में दें। इसके लिए लोग 1098 पर फोन लगा सकते हैं, या फिर शिशु बालगृह के बाहर रखे गए झूलों में रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 9 वर्ष में शिशु बालगृह छतरपुर के द्वारा 36 बच्चों को अलग-अलग स्थानों से बरामद करके उनकी देखभाल की गई है। यहां से कानूनी कार्यवाहियों के साथ निःसंतान परिवारों को गोद भी दिया गया। इनमें से 4 बच्चे विदेशी परिवारों के द्वारा भी गोद लिए गए।