छतरपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ मंगलवार की रात 4 घंटे तक कलेक्टर बंगले के बाहर धरना देने के बाद भाजपा विधायक राजेश प्रजापति की कलेक्टर से हुई तकरार में नया मोड़ तब आ गया जब विधायक ने एक बयान में कहा कि प्रदेश में अफसरशाही हावी है, उन्हें कलेक्टर से जान का खतरा है वे सुपारी देकर उनकी हत्या करा सकते हैं, मेरे डंपरों को फर्जी तरीके से राजसात भी कर सकते हैं। इस बयान से विधायक और कलेक्टर की तकरार ने तूल पकड़ लिया है।
दरअसल, छतरपुर की चंदला विधानसभा सीट से सत्ताधारी दल भाजपा के विधायक राजेश प्रजापति ने कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने खुद को कलेक्टर से जान का खतरा बताया है। उनका कहना है मंगलवार की शाम कलेक्टर द्वारा उनसे मिलने का समय देने के बावजूद नहीं मिले थे। जिससे उन्हें कलेक्टर के बंगले के बाहर धरने पर बैठना पडा था, 4 घंटे बाद कलेक्टर बंगले से बाहर आए, उनका बात करने का जो तरीका था वह गलत था। भाजपा विधायक ने कहा कि उन्हें डर है कहीं कलेक्टर उन्हें किसी झूठे मामले में न फंसा दें।
उनका आरोप है कि हो सकता कलेक्टर किसी को भी सुपारी देकर उन्हें मरवा भी सकते हैं। विधायक ने कलेक्टर द्वारा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर विधानसभा अवमानना समिति ले जाकर कलेक्टर की शिकायत करने की बात भी कही है। भाजपा विधायक श्री प्रजापति ने कहा कि मैं दलित विधायक हूं, शायद इसलिए अधिकारी मेरी उपेक्षा कर रहे हैं। विधायक ने बताया कि उनकी बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी.डी शर्मा से भी हुई है, मैंने उन्हें पूरी बात बताई है। भाजपा विधायक के इस आरोप के बाद जिले की राजनीति गरमा गई है, क्योंकि सत्ताधारी दल के विधायक ने जिले के कलेक्टर पर बड़ा आरोप लगाया है।
यह है मामला
मंगलवार की रात सत्ताधारी बीजेपी के विधायक राजेश प्रजापति को कलेक्टर से मिलने के लिए करीब चार घंटे तक उनके बंगले के बाहर धरना देना पड़ा। इंतजार के बाद बाहर आए कलेक्टर साहब ने विधायक को खड़े-खड़े बात करके चलता कर दिया। दरअसल विधानसभा में भले ही विधायकों को मुख्य सचिव से ऊपर प्रोटोकॉल दर्जा देने की बात होती हो, लेकिन किसी जनप्रतिनिधि की फजीहत का इससे बड़ा उदाहरण नहीं मिलेगा। चंदला विधायक राजेश प्रजापति के अनुसार वे इलाके की जनसमस्याओं को लेकर शाम को कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे। छतरपुर पहुंचकर उन्होंने फोन लगाया, कलेक्टर ने फोन नहीं उठाया। रात करीब 8 बजे बंगले पर पहुंचे तो संतरी ने मना कर दिया कि साहब है नहीं। हालांकि थोड़ी देर बाद ही बंगले के अंदर से आरटीओ बाहर आते दिखाई दिए, उन्होंने बताया वे कलेक्टर से िमलकर आ रहे हैं। इसे अपनी गंभीर उपेक्षा मानते हुए नाराज विधायक बंगले के बाहर धरना देकर बैठ गए। रात करीब 11 बजे कलेक्टर बंगले के बाहर आए और बीजेपी विधायक से बोले बताइए क्या काम है। बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति ने बंगले के अंदर चलकर बात करने का आग्रह किया तो बोले नहीं यहीं बताइए, जल्दी बताइए मेरे बच्चे अंदर हैं। बहस करनी है या काम कराना है। विधायक ने क्षेत्र में राजस्व पखवाड़े के तहत हो रहे नामांतरण सुधारों में लापरवाही का मुद्दा उठाया तो कलेक्टर ने कहा कि लिखकर दीजिए। मौखिक रूप से में कैसे सुन लूंगा। विधायक कहते रहे और कलेक्टर जवाब देते रहे। अंत में कलेक्टर बंगले के अंदर चले गए।
जिले में अवैध रूप से परिवहन में लगे ट्रेक्टर या डंफर किसी के भी होंगे तो उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। विधायक राजेश प्रजापति ने बयान का जो वीडियो वायरल किया है उसे मैने नहीं देखा न मुझे उनके आरोपों के बारे में कोई जानकारी है। इसलिए मैं इस बारे में कोई कमेंट नहीं करूंगा।
शीलेन्द्र सिंह,कलेक्टर, छतरपुर
भाजपा विधायक राजेश प्रजापति रेत माफिया
भाजपा विधायक राजेश प्रजापति रेत माफिया हैं, इन्हें आम जनता और क्षेत्र के विकास से कोई सरोकार नहीं है। उन्हें सिर्फ अपने अवैध धंधों, रेत, पहाड़, शस्त्र लाइसेंस बनवाने और अपने विकास की है चिंता। वे इसके लिए ही कलेक्टर पर दबाव बनाना चाहते हैं। विधायक द्वारा कलेक्टर पर जो आरोप लगाए गए हैं, वह सिर्फ उनकी खुन्नस है।
लखनलाल पटेल, जिला अध्यक्ष, कांग्रेस छतरपुर