इंदौर। भारतीय नौसेना ने दिसंबर 2019 में पहली नौसेना पायलट लेफ्टिनेंट शिवांगी को शामिल किया था। अब शिवांगी के साथ अन्य दो महिला पायलट ने समुद्री उड़ान का प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। अब इन्हें पोरबंदर, गोवा व विशाखापट्टनम में नौसेना के हवाई जत्थों पर नियुक्त किया गया है। इन्हें समुद्री में तैनात जहाज पर हवाई जहाज से निगरानी और युद्ध नीति का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इन्हें कोच्चि स्थित इंडियन नेवल एयर स्क्वाड्रन 550 में आठ महीने का प्रशिक्षण दिया गया है। केरल के रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता कैप्टन श्रीधर वारियर के मुताबिक गुरुवार को कोच्चि में आईएनस गरुड़ में इनका पासिंग आउट समारोह संपन्न हुआ।
कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) द्वारा डोर्नियर एयरक्राफ्ट पर भारतीय नौसेना के महिला पायलटों के पहले बैच का तैयार किया गया है। तीनों महिला पायलट 27 वीं डॉर्नियर ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग (डीओएफटी) कोर्स के छह पायलटों में शामिल थीं। एसएनएम के चीफ स्टाफ ऑफिसर (ट्रेनिंग) रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज, वीएसएम इस मौके पर तीन पायलटों को पुरस्कार प्रदान किया। लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा और लेफ्टिनेंट शिवम पांडे को ‘फर्स्ट इन फ्लाइंग’ चुना गया। पहले बैच की तीन महिला पायलट में लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा (मालवीय नगर, नई दिल्ली से), लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप (तिलहर, उत्तर प्रदेश से) और लेफ्टिनेंट शिवांगी (मुजफ्फरपुर, बिहार से) हैं।
इन अधिकारियों ने शुरू में आंशिक रूप से भारतीय वायु सेना के साथ और आंशिक रूप से डीओएफटी पाठ्यक्रम से पहले नौसेना के साथ उड़ान प्रशिक्षण शुरू किया था। एमआर फ्लाइंग के लिए संचालित तीन महिला पायलटों में लेफ्टिनेंट शिवांगी ने 2 दिसंबर 2019 को नौसेना पायलट के रूप में पहली बार क्वालीफाई किया था। लेफ्टिनेंट साइमन जॉर्ज पाइनोमूटिल की स्मृति में फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (दक्षिण) रोलिंग ट्रॉफी लेफ्टिनेंट कुमार विक्रम को ‘सबसे उत्साही प्रशिक्षु’ के लिए दी गई।