उमरिया/ खेत चरने पहुंची नीलगाय पर बाघ ने हमला कर दिया। इस घटना में नीलगाय गंभीर रूप से घायल हो गई, लेकिन किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल भी हो गई। दरअसल नीलगाय की जान हाथियों के झुंड की वजह से बची। बांधवगढ टाइगर रिजर्व के जंगलों से गांव की सीमा तरफ लगातार आ रहे बाघों के करण रोज कोई न कोई घटनाएं हो रही हैं। ग्राम पंचायत छपडौर में बने आश्रम के बाजू से किसानों के खेत में पहुंचे बाघ ने एक नीलगाय को शिकार के लिए निशाना बनाया जिसके ऊपर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया।
किसानों ने बताया कि जंगली हाथियों से परेशान किसान रात में फसल की रखवाली कर रहे थे। सुबह करीब 5 बजे के आसपास नीलगाय का झुंड खेतों में आ पहुंचा। जिसे किसानों ने खदेड़ा। वहीं खेत के बाहर पहले से घात लगाए बैठे बाघ ने भाग रहे नील गाय के झुंड पर हमला बोल दिया। हमले में बाघ ने एक नील गाय को पकड़ लिया और उसे बुरी तरह घायल भी कर दिया। नीलगाय को अपना निवाला बनाने ही वाला था कि तभी जंगली हाथियों का झुंड भी आ पहुंचा उन्हें देख बाघ नील गाय को छोड़कर भाग गया।