Indian Railways: newdelhi/ रेलवे ट्रेड यूनियन ने कहा कि यदि उत्पादकता से जुड़ा बोनस (Productivity Linked Bonus) जारी नहीं किया गया तो रेल कर्मचारी देशभर में गुरुवार 22 अक्टूबर को हड़ताल पर जाएंगे। कर्मचारियों के यूनियन ने गुरुवार को देश भर में दो घंटे ट्रेनों को रोकने की चेतावनी दी है।
अखिल भारतीय रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) ने मंगलवार को बोनस डे मनाया। रेल कर्मचारियों में इस बात को लेकर जबर्दस्त नाराजगी हैं कि दुर्गा पूजा के पहले दिया जाने वाला उत्पादकता से जुड़ा बोनस (Productivity Linked Bonus) इस बार अभी तक नहीं दिया गया है। रेल कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण काल में भी हर दिन 24 घंटे काम किया। माल ढुलाई में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 15 प्रतिशत ज्यादा मुनाफा हुआ है, उसके बाद भी रेलवे ने अभी तक अपने कर्मचारियों को बोनस नहीं दिया है।
कोरोना से बचाव के नाम पर पहले ही कर्मचारियों को डेढ़ साल के महंगाई भत्ते (DA) के इजाफे पर रोक लगा दी गई है। दिवाली से पहले कर्मचारियों को DA का एरियर भी नहीं मिलेगा। इसके अलावा रेलकर्मियों ने PM केयर्स फंड में भी काफी आर्थिक सहायता दी है।
रेलकर्मियों ने मंगलवार को एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया और विरोध प्रदर्शन किया। रेलकर्मियों ने इस दिन को बोनस दिन के रूप में मनाया। रेलकर्मियों ने कहा कि उनका बोनस तुरंत जारी किया जाना चाहिए। गुरुवार को देशभर में रेल चक्का जाम किया जाएगा और रेलकर्मी अपने सीने पर गोली खाने को भी तैयार हैं।
रेलवे ढ़िलाई बरतने के मूड में नहीं
मुंबई से मिड-डे की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रेलवे के अधिकारियों ने रेल कर्मियों की इस प्रस्तावित हड़ताल के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया है। अधिकारियों ने कहा कि हड़ताल में शामिल होने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा। मंगलवार को धरने में शामिल हुए कर्मचारियों का रिकॉर्ड मंगवाया गया है।