बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे हुई घटना, खेत में झोपडी बना कर रहते थे मृतक
अनूपपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ छत्तीसगढ़ से भटक कर आए जंगली हाथियों ने जिले के बेलगांव में जंगल के समीप एक झोपड़ी में सो रहे परिवार के तीन सदस्यों को पटक-पटक कर मार डाला। मृतकों में वृद्ध दादा-दादी और 6 वर्ष का पोता शामिल है। गुरुवार सुबह ग्रामीणों को घटना का पता चला। वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पहुंच चुके हैं। यह मामला बिजुरी वन परिक्षेत्र एवं कोतमा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलगांव के पतेरा टोला का है। वन अधिकारियों के मुताबिक यह घटना बुधवार देर रात करीब डेढ़ से दो बजे की है।
हाथियों के हमले में दादा-दादी व ६ वर्ष के पोते की गयी जान
जानकारी के अनुसार मृतकों में गया प्रसाद पिता नोहर शाह केवट 55 वर्ष, मुन्नी बाई पति गया केवट 52 वर्ष और राजकुमार पिता पवन केवट 6 वर्ष है। पंचायत सचिव रज्जू यादव ने बताया कि बेलगांव पंचायत के पतेरा टोला वार्ड क्रमांक एक में गया केवट खेत में झोपड़ी बनाकर रहता है। गुरुवार की रात दोनों वृद्ध दंपती झोपड़ी में थे साथ में उनका पोता राजकुमार भी था। गया केवट का घर गांव में है, जहां परिवार के अन्य सदस्य रहते हैं। बुधवार की रात उनका पोता उनके पास रुक गया था वह इस घटना के शिकार हो गया। संभावना जताई गई कि जब सभी सो रहे थे तभी हाथियों का समूह यहां पहुंचा और लकड़ी पॉलीथिन की बनी झोपड़ी को तोड़ दी तथा झोपड़ी में सोए हुए तीनों सदस्यों को जमीन में पटक-पटक कर मार डाला। हाथियों ने घटना को अंजाम देने के बाद झोपड़ी में रखे अनाज को खाया और फिर दूसरी तरफ चले गए।
सुबह परिजनों तथा ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली। पुलिस और वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी घटनास्थल के पास मौजूद हैं तथा मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है। छत्तीसगढ़ से भटक कर आए सात हाथियों का दल अनूपपुर जिले के बिजुरी वन परिक्षेत्र में बुधवार को आ गया था और साजा टोला गांव में विचरण कर रहे थे। देर शाम तक वन विभाग के कर्मचारी भी हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखे हुए थे जो साजा टोला से करीब तीन किलोमीटर दूर बेलगांव जंगल के रास्ते पहुंच गए और इस घटना को अंजाम दे दिया। अब हाथियों का समूह बेलगांव से दो किलोमीटर दूर थानगांव की तरफ बढ़ गया है।