मुख्यमंत्री ने संकट प्रबंध समितियों से की बात
सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना का टीका जीने का सलीका है। अनुकूल व्यवहार परिवर्तन और टीकाकरण ही दो अचूक अस्त्र हैं, जिनसे कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोका जा सकता है। उन्होने कहा कि 25 और 26 अगस्त को वैक्सीनेशन के महा-अभियान-2 में पूरी शिद्दत के साथ जुड़कर परिश्रम की पराकष्ठा और प्रयत्नों की परिसीमा करें। ताकि वैक्सीनेशन के महा-अभियान को सफलता देकर जनभागीदारी के मध्यप्रदेश के मॉडल को पूरे देश में आदर्श उदाहरण के रूप में प्रस्तुत कर सकें। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से पूरे प्रदेश के जिला, जनपद, नगरीय निकाय और ग्राम स्तर की संकट प्रबंधन समितियों को संबोधित कर रहे थे। सतना कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में अपर कलेक्टर राजेश शाही, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सतेन्द्र सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 25 और 26 अगस्त को वैक्सीनेशन के महा-अभियान में प्रथम दिवस प्रथम और द्वितीय डोज तथा द्वितीय दिवस सेकंड डोज का टीका लगेगा। उन्होने कहा कि वैक्सीनेशन की कार्य-योजना इस तरह बनायें कि प्रदेश के हर नागरिक को 30 सितंबर तक प्रथम डोज और दिसम्बर 2021 की समाप्ति तक दोनो डोज लग जायें। दिसम्बर के बाद कोई भी नागरिक टीका की डोज से वंचित नहीं रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया सहित सभी संचार के माध्यमों का उपयोग कर महा-अभियान में उत्सव का वातावरण बनायें। वैक्सीनेशन सेंटर पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित रखें। वैक्सीनेशन के महा-अभियान का सतत् निरीक्षण और कोरोना प्रोटोकाल का पालन करायें। ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी और शहरी क्षेत्रों में माइकिंग के द्वारा लोंगो को जानकारी दें। जन अभियान परिषद के वालेंटियर, समाज सेवी, पंचायत प्रतिनिधि एवं संकट प्रबंधन समितियों के सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर लोंगो को वैक्सीनेशन के लिये लेकर आयें। महा-अभियान में अच्छा काम करने वाले जिलो को प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरुस्कार दिये जायेंगे।