Al Qaeda and Taliban : digi desk/BHN/ अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से पूरी दुनिया में अफसोस है, लेकिन एक धड़ा ऐसा भी है जो खुश हो रहा है। इनमें आतंकी मानसिकता वाले लोग और देश शामिल हैं। ताजा बयान अलकायदा की ओर से आया है, जिसने इस जीत के लिए तालिबान की तारीफ की है, उसे रोल मॉडल बताया है। साथ ही लोकतंत्र को एक भ्रामक मृगतृष्णा करार दे दिया है। Al Qaeda ने ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि Taliban की इस जीत से दुनिया में शरीया कानून लागू करने की राह खुली है। लोकतंत्र को लेकर कहा गया है कि जहां तक लोकतंत्र के खेल और शांतिवाद के साथ काम करने का सवाल है, यह एक भ्रामक मृगतृष्णा, एक क्षणभंगुर छाया और एक दुष्चक्र है जो शून्य से शुरू होता है और इसके साथ समाप्त होता है।
Jyotiraditya Scindia ने की सेना की तारीफ, बोले- काबुल हवाई क्षेत्र बंद होने के बाद भी भारतीयों को सुरक्षित निकाला
अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने का काम जारी है। इसमें भारतीय वायुसेना की अहम भूमिका रही है। अब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बयान जारी कर सेना की तारीफ की है। साथ ही उन्होंने बताया कि भारतीय नागरिकों को सुरक्षा लाने के लिए प्रयास जारी हैं। सिंधिया ने कहा, काबुल हवाई क्षेत्र बंद होने के बाद भी भारतीय वायुसेना (IAF) के C130 हरक्यूलिस ग्लोबमास्टर विमान ने हमारे नागरिकों को देश वापस लाने के लिए अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरी। हमारे लोगों को सुरक्षित वापस लाने के लिए ये उड़ानें चल रही हैं। बता दें, अब तक 150 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा चुका है और जो फंसे हैं, उनकी वापसी के लिए प्रयास जारी हैं। इस संबंध में भारत और अमेरिका के विदेश मंत्री लगातार एक दूसरे से सम्पर्क बनाए हुए हैं।
बता दें, अभी भी काबुल एयरपोर्ट अमेरिकी सेना के कब्जे में हैं। बड़ी संख्या में अमेरिकी नागरिक भी वहां फंसे हैं। अमेरिका का कहना है कि जब तक सभी नागरिक सुरक्षित नहीं निकाल लिए जाते, उसका ऑपरेशन जारी रहेगा।
जारी है अमेरिका का मिशन: अमेरिका में व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 19 अगस्त को काबुल हवाई अड्डे से अमेरिका के सी-17 विमानों ने 16 उड़ान भरीं और लगभग 3,000 लोगों को निकाला। इनमें लगभग 350 अमेरिकी नागरिक थे। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी का कहना है कि अमेरिकी नागरिकों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ ही कमजोर अफगान नागरिकों को भी सुरक्षित निकाला जा रहा है। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि तीन उड़ानों के बाद 160 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई और अफगान नागरिकों को काबुल से निकाला गया है।