Afghanistan Crisis: digi desk/BHN/ काबुल/ अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को जहां महिलाओं के हितों की रक्षा की बात की, वहीं दूसरी ओर दुनिया को भी भरोसा दिलाया कि अफगानिस्तान में शांति कायम की जाएगी और कानून व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा, लेकिन दूसरी और तालिबान ने अफगानिस्तान में महिला न्यूज एंकरों को बैन कर दिया है। सरकारी न्यूज चैनल की महिला न्यूज एंकर को तालिबान ने तत्काल प्रभाव से नौकरी से हटा दिया है। इस बीच अफगानिस्तान में जबरन सत्ता हथियाने वाला तालिबान का उपनेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर करीब 20 साल बाद फिर काबुल वापस लौट आया है और इस कारण से भी लोगों में काफी खौफ का माहौल है।
गौरतलब है कि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ही कतर की राजधानी दोहा में संगठन के अन्य नेताओं के साथ चर्चा के लिए वहां गया था। मुल्ला बरादर अफगानिस्तान में चल रहे युद्ध का विजेता बनकर उभरा है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं बरादर ही अफगानिस्तान का अगला राष्ट्रपति बन सकता है। इस बीच अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि तालिबान विदेशी नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर जाने के लिए सैफ पैसेज देने के लिए तैयार हो गया है। अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि अमेरिकी सेना ने अभी तक अफगानिस्तान से 3200 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है और अभी भी कुछ अमेरिकी नागरिक अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं।
अब सरकारी चैनल पर तालिबानी एंकर पढ़ेंगे न्यूज
मिली जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान में अब सरकारी टीवी चैनल पर तालिबानी एंकर टीवी पर न्यूज पढ़ते दिखाई देंगे। तालिबान ने सरकारी टीवी न्यूज चैनल से खदीजा अमीना नाम की एक महिला न्यूज एंकर को हटा दिया है, जबकि एक दिन पहले तालिबान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि महिलाओं के हितों की रक्षा होगी। तालिबान अब कह रहा है कि सिर्फ शरीयत कानून के हिसाब से ही महिलाओं को काम करने की इजाजत दी जाएगी।
नौकरी जाने के बाद बोली न्यूज एंकर
सरकारी न्यूज चैनल की नौकरी से हटाए जाने के बाद अफगान न्यूज एंकर खदीजा अमीना ने कहा, ‘मैं क्या करुंगी, अगली पीढ़ी के पास कुछ काम नहीं होगा। 20 साल में जो कुछ भी हासिल किया, सब चला जाएगा। खदीजा अमीना ने कहा कि तालिबान नहीं बदले हैं।
कब्जे के तालिबान की पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस, ये किए थे दावे
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद मंगलवार को तालिबान ने पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। तालिबान के प्रवक्ता प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि अब अफगानिस्तान को मुक्त करा लिया गया है। दावा किया था कि पिछली सरकार में महिलाओं पर कई कड़ी पाबंदियां लगाई गई थी। तालिबान के शासनकाल में अब महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। मुजाहिद के ने कहा कि महिलाओं को इस्लामी कानून के मानदंडों के तहत अधिकार दिए जाएंगे।
फिलहाल अफगानिस्तान में अराजकता का माहौल
अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद हालात बहुत खराब हैं। अफगान नागरिक सहित कई विदेशी नागरिक देश छोड़ने के लिए मजबूर हो रहे हैं। भारत, अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई अन्य देश अपने-अपने राजनायिक, सैन्य कर्मी और नागरिकों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। भारत ने अपने देश के नागरिकों को निकालने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।