कटनी,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले में अभी कोरोना से निपटने के इंतजाम नाकाफी दिख रहे हैं। सरकार का दावा भले ही है कि जिले में ऑक्सीजन की कमी के चलते कोई मौत नहीं हुई है। इसलिए जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट सबसे पहले स्थापित करवा दिया गया है। हालांकि सही समय पर रिपोर्ट संदिग्ध मरीजों को मिल सके।
उन्हें पर्याप्त मात्रा में बिस्तर सहित अन्य सुविधाएं मिल सकें। इसके इंतजाम अभी नाकाफी दिखते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में जिले में करीब एक हजार से ज्यादा मरीज ऐसे थे, जिन्हें बिस्तरों की कमी के चलते होम आइसोलेशन पर रखना पड़ा।
जिला अस्पताल में नहीं पर्याप्त व्यवस्थाएं : जिला अस्पताल में 6 आईसीयू बैड हैं। कोविड वार्ड में 85 बैड हैं। अप्रैल 2021 के प्रथम सप्ताह में जिला अस्पताल के कोविड केयर सेंटर ये सभी फुल थे। बैड न मिल पाने के के कारण इन दिनों 879 मरीज होम आइसोलेशन पर रखना पड़ा था। उस समय की स्थिति में शहर के चार प्राइवेट अस्पतालों में लगभग दो सौ व शहर के बाहर जबलपुर व भोपाल में 100 मरीज भर्ती थे। लेकिन अभी बेड नहीं बढ़ सके हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने में परेशानी होगी। इसी तरह अप्रैल 2021 में गांवों में कोटवार, सचिव, जीआरएस, आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से सूचना देकर दवाएं दे दी गई लेंकिन किसी से उनका हाल जानने की कोशिश भी नहीं हुई। स्वास्थ्य विभाग के दावों के बीच अभी कमोबेस स्थितियों में अधिक सुधार नहीं हुआ है। भले ही तीसरी लहर से निपटने के इंतजामों का ढोल प्रशासन द्वारा पीटा जा रहा हो।
एक हजार एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित
इनका कहना है
एक हजार एलपीएम क्षमता का मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट अब जिला अस्पताल में सेवा देने के लिए पूर्णतः तैयार है। मेनीफोर्स, जनरेटर, इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन सहित सारे कार्य पूरे किए जा चुके हैं।
-डॉ. यशवंत वर्मा, सिविल सर्जन