मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाल हितग्राहियों और उनके संरक्षकों से की बात
सतना/भोपाल , भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना होने पर माता एवं पिता के असामायिक निधन पर निराश्रित हुए प्रदेशभर के 328 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना के अन्तर्गत 5 हजार रूपये प्रतिमाह की दर से 16 लाख 40 हजार रूपये की राशि अन्तरित की। उन्होंने ऐसे माता-पिता जिनकी सामान्य मृत्यु हो गयी है, उनके निराश्रित बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना के अन्तर्गत 223 बच्चों के खाते में 4 लाख 86 हजार रूपये की राशि वर्चुअली अन्तरित की।
सतना जिले में मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के तहत 26 बच्चों को 5 हजार रूपये मासिक प्रत्येक के मान से तथा स्पॉन्सरशिप योजना में 27 बच्चों को 2 हजार रूपये प्रतिमाह की राशि अंतरित की गई है। सतना कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह, सहायक संचालक श्याम किशोर द्विवेदी, बाल कल्याण अधिकारी अमर सिंह, सीडीपीओ अरूणेश तिवारी, अभय द्विवेदी सहित बालकों के संरक्षक कमरजहां बानो और पूनम कुशवाहा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के दौरान कोरोना होने से माता एवं पिता के असामायिक निधन पर निराश्रित बच्चों को 5 हजार रूपये मासिक पेंशन, परिवार को निःशुल्क खाद्यान्न एवं बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए फीस एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जायेंगी। इन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए सरकार द्वारा हर संभव सहायता एवं मार्गदर्शन दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के संकटकाल में उनके अभिभावक मार्गदर्शक बनकर उनके भविष्य का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता की मृत्यु कोरोना बीमारी से न होकर किसी अन्य बीमारी से हुई है या सामान्य मृत्यु हुई है और बच्चे निराश्रित हो गये हैं ऐसे बच्चों को केन्द्र सरकार की योजना स्पॉन्सरशिप योजना के अन्तर्गत प्रतिमाह 2 हजार रूपये पेंशन दी जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे निराश्रित बच्चों का भविष्य बनाने के लिए कलेक्टर एवं जिला अधिकारी सकारात्मक रूप से मदद करें। उन्होंने कहा कि निराश्रित बच्चें अपने भविष्य के निर्माण के लिए पूरी हिम्मत, जज्बा एवं जुनून बनाये रखें। हर-हाल में सरकार उनकी मदद करेंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न जिलों के योजना के लाभान्वित बाल हितग्राही और उनके अभिभावकों से वीडियो कॉन्फ्रेंस में चर्चा कर हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर जिले की बेटी शिखा, चिराग, शिवानी एवं दीपक से बात की। उन्होंने राजगढ़, बैतूल, सिवनी, मंदसौर, ग्वालियर में निराश्रित बच्चों से बात कर उनके बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित किया और हौसला बढ़ाया।
एनआईसी के वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कक्ष में महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सौरभ सिंह ने बताया कि सतना जिले में स्पॉन्सरशिप योजना में 27 बच्चों को चिन्हांकित किया गया है। जिन्हे नगर और जिले के समाजसेवी व्यपारियों एवं जिम्मेदार नागरिकों की सहायता से इन बच्चों को 2 हजार रूपये प्रतिमाह एक वर्ष तक प्रदान किये जायेंगे। बाल हितग्राहियों के खाते में यह राशि प्रतिमाह प्रदान की जा रही है। वहीं फास्टर केयर योजना में राज्य शासन द्वारा 16 बच्चों को 2 हजार रूपये प्रतिमाह दिये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी द्वारा कोरोना में निराश्रित हुये बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं के लिये प्रारंभ योजना मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना में अब तक 26 बच्चों को 5 हजार रूपये प्रतिमाह के मान से राशि प्रदान की जा रही है। इस योजना इनके अलावा 7 बच्चों मैहर में 4, कोटर में 2 और अमरपाटन में एक बच्चे का चिन्हांकन कर उन्हें भी स्वीकृति प्रदान की जा रही है।
स्कूल आरंभ करने का निर्णय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ लेंगी
बच्चों के स्कूल आने के लिए पालकों की सहमति आवश्यक
मुख्यमंत्री ने की कोरोना की स्थिति और आगामी तैयारियों की समीक्षा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 26 जुलाई से कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए स्कूल आरंभ करने के संबंध में अंतिम निर्णय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ लेंगी। जिन जिलों में कोरोना वायरस का एक भी प्रकरण नहीं है, वहाँ शाला संचालन आरंभ किया जा सकता है। परंतु इस संबंध में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी, जिले के प्रभारी मंत्री, जिला कलेक्टर आपसी विचार-विमर्श कर लोगों को विश्वास में लेकर शालाओं का संचालन आरंभ करें। बिना पालक की अनुमति के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाए। बच्चों के स्कूल आने के लिए पालकों की सहमति आवश्यक होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में कोरोना नियंत्रण के संबंध में बैठक को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी बैठक में उपस्थित थे। सभी जिलों के प्रभारी मंत्री तथा प्रभारी अधिकारियों ने बैठक में वर्चुअली सहभागिता की।