Warm Vaccine : digi desk/BHN/नई दिल्ली/ दुनियाभर में कोरोना वायरस के जैसे-जैस अलग वैरिएंट सामने आ रहे हैं, सरकारों के साथ ही वैज्ञानिक व डॉक्टर भी चिंतित हैं। ऐसे में भारत में एक ऐसी वार्म वैक्सीन (Warm Vaccine) तैयार कर ली गई है, जो कोरोना वायरस के सभी वैरिएंट के खिलाफ काम कर सकती है। ऐसे में सबसे पहले तो सभी को यह जानने की जिज्ञासा रहती है कि आखिर Warm Vaccine क्या होती है और यह कैसे काम करती है और अन्य वैक्सीन से यह कैसे अलग होती है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से –
जानिए क्या होती है Warm Vaccine
दरअसल Warm Vaccine एक ऐसा फॉर्मूलेशन हैं जो 37 डिग्री सेंटीग्रेड पर एक महीने तक स्थायी रह सकता है और 100 डिग्री सेंटीग्रेड पर 90 मिनट तक। इसलिए इस फॉर्मूलेशन को Warm Vaccine का नाम दिया गया है।
इसलिए Warm Vaccine का है महत्व
दरअसल किसी वैक्सीन को देश के किसी भी हिस्से में पहुंचाने के लिए कोल्ड चेन का निर्माण करना पड़ता है क्योंकि वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए निश्चित तापमान की आवश्यकता होती है। अभी तक देशभर में वैक्सीन की सप्लाई कोल्ड चैन के जरिए की जा रही थी, जो काफी खर्चीली साबित होत है। ऐसे में Warm Vaccine फॉर्मूलेशन बनाने से सप्लाई में तेजी आएगी।
भारतीय विज्ञान संस्थान ने तैयार की Warm Vaccine
बायोटेक फर्म Mynvax के साथ संयुक्त रूप से काम कर रहे भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के वैज्ञानिकों ने Warm Vaccine फॉर्मूलेशन को तैयार किया है। यह Warm Vaccine कोरोना के सभी प्रमुख वैरिएंट पर प्रभावी है। एक अध्ययन के अनुसार भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु द्वारा विकसित एक गर्म-सहनशील कोरोना वैक्सीन फॉर्मूलेशन कोरोना के सभी चिंताजनक वैरिएंट (जैसे- अल्फा, बीटा, कप्पा, डेल्टा) के खिलाफ प्रभावी है। एसीएस इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में गुरुवार को प्रकाशित इस शोध से पता चला है कि आईआईएससी-इनक्यूबेटेड बायोटेक स्टार्ट-अप मायनवैक्स(Mynvax) द्वारा वैक्सीन फॉर्मूला ने चूहों में एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित की है।