Corona crisis in mp: digi desk/BHN/ सीहोर/ अब हमारा प्रयास यह रहेगा कि तीसरी लहर को प्रभावी ढंग से आने से रोक दिया जाए। लेकिन उसके लिए जरूरी है जनता का व्यवहार। भीड़-भाड़, मेला-ठेला, कार्यक्रम-आयोजन, मास्क न लगाना यह संक्रमण को फिर से निमंत्रण देना है। यह हमारे ऊपर निर्भर करेगा कि हम कैसे कोविड से निपटते हैं। मैंने सीहोर जिले की ग्राम पंचायतों और वार्डों से अपील की है कि सावधानी पूरी रखना। सावधानी हटी तो खतरा फिर से पैदा हो जाएगा। अनलॉक करने की गाइड लाइन बन रही है। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप तय करेंगे क्या चलेगा और क्या नहीं चलेगा।
यह बात शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही। श्री चौहान ने जिला पंचायत सभा कक्षा में कोरोना क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक ली, जिसमें भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर, देवास सांसद महेंद्र सोलंकी, विधायक सुदेश राय, इछावर विधायक करण सिंह वर्मा, आष्टा विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय, कमिश्नर कवींद्र कियावत, एडीजीए साई मनोहर, कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर, एसपी एसएस चौहान, जनप्रतिनिधि, धर्मगुरु सहित 34 सदस्य बैठक में शामिल हुए।
गांव खुद बनाएंगे अपना प्रस्ताव
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अनलॉक को लेकर कहा कि गांव समितियां खुद तय करेंगी कि क्या चलेगा और क्या नहीं चलेगा। हर एक गांव प्रस्ताव पास करेगा कि हमारे गांव में क्या खुलेगा और क्या बंद रहेगा और हमारा व्यवहार ऐसा रहेगा कि जिससे कोरोना के संक्रमण को हम कम कर पाएं। सीएम ने कहा कि सीहोर जिले में अभी चार बच्चे ऐसे मिले है, जिनके माता पिता की कोरोना से मृत्य हो गई। ऐसे कोई बच्चे अनाथ नहीं रहेंगे, उन्हें पांच हजार रुपये माह पेंशन दी जाएगी। पढ़ाई-लिखाई कि चिंता, उनको निश्शुल्क राशन, रोजी-रोटी की पूरी व्यवस्था की जाएगी। क्योंकि वह हमारे बच्चें हैं। सीहोर जिले की स्थिति भी अब पूरी तरह नियंत्रित है। मप्र के हर एक जिले में आक्सीजन प्लांट स्वीकृत हाे गए है अौर कई जगह हो रहे हैं, जहां तक आक्सीजन का सवाल हो या फिर बिस्तर, आइसीयू या फिर बच्चों के वार्ड सब बनना शुरू हो गए हैं।