Twitter India:digi desk/BHN/ भारत सरकार की पॉलिसी को मानने का बवाल महसूस कर रही सोशल मीडिया कंपनी ट्वीटर (Twitter) ने नया बयान जारी किया है। यह बयान बीते दिनों Twitter के दिल्ली स्थिति दफ्तर पर मारे गए छापे के संबंध में है। Twitter ने अपने ताजा ट्वीट में लिखा है कि उसे भारत में काम कर रहे उसे स्टाफ के लोगों की सुरक्षा का खतरा सता रहा है। बता दें, टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते सोमवार को ट्विटर इंडिया (Twitter India) के दो ऑफिसों पर छापा मारा था। इसके बाद से विपक्ष सरकार पर हमलावर है और अभिव्यक्ति की आजादी का मुद्दा उठा रहा है।
इस बीच, ट्विटर, फेसबुक जैसी सोशल मीडिया कंपनियों के साथ जारी सरकार की तनातनी पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि आम लोगों को चिंता की जरूरत नहीं है। उन्होंने अपने ट्विट में कहा, नए नियम सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए हैं। सरकार किसी तरह की आलोचना को नहीं रोकेगी। नए नियमों से सोशल मीडिया के पीड़ितों को न्याय जल्दी मिलेगा।
बता दें, फेसबुक के स्वामित्व वाले वाट््सएप ने केंद्र सरकार की तरफ से डिजिटल मीडिया के लिए बनाए गए आइटी नियमों को चुनौती देते हुए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वाट््सएप ने कहा है कि 26 मई से लागू हुई नई नीति पर रोक लगाई जाए क्योंकि इससे उपयोगकर्ता की निजता खत्म हो जाएगी। वहीं गूगल और फेसबुक ने मंगलवार को कहा कि वे नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए कदम उठा रही हैं। इंटरनेट मीडिया कंपनियों के लिए नए आईटी नियम प्रभाव में आने के कुछ घंटों पहले कंपनियों ने यह बात कही।
नए नियमों की घोषणा 25 फरवरी को की गई थी। इन नियमों के तहत ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्सएप जैसे बड़े सोशल मीडिया मंचों को अतिरिक्त उपाय करने की बाध्यता होगी। इसमें मुख्य अनुपालन अधिकारी, नोडल अधिकारी और स्थानीय शिकायत अधिकारी की नियुक्ति आदि शामिल हैं।