कोरोना संकट काल में सरकार सभी के साथ-मुख्यमंत्री श्री चौहान
1 जून से कोरोना कर्फ्यू हटाया जावेगा
सतना/भोपाल भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू 31 मई तक लागू है। जिसको 1 जून से खोला जावेगा। कोरोना का संकट धीरे-धीरे कम हो रहा है। विगत दिवस मप्र में 2400 नये केस आये है। जिससे प्रतीत होता है कि कोरोना कन्ट्रोल हो रहा है। इस संकट की घडी में मध्यप्रदेश सरकार सभी के साथ है। मुख्यमंत्री मंगलवार को आपका संबल आपकी सरकार के अंतर्गत कोरोना संक्रमण के दौरान आपदा सहायता राशि 1 हजार रूपये प्रति श्रमिक के मान से 112.81 करोड राशि सीधे बैंक खाते में वितरण कार्यक्रम को वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। जिसमें सतना जिले के 17 हजार 487 श्रमिक लाभान्वित हुये हैं। वर्चुअल कार्यक्रम में सतना जिले के एनआईसी कक्ष में सहायक श्रम पदाधिकारी शैलेन्द्र मोहन पटेरिया, सहायक परियोजना अधिकारी जिला पंचायत अवधेश प्रताप सिंह, श्रम निरीक्षक श्रीमती वेदमणि दाहिया, मनोज यादव राहुल चौकसे तथा नरेश पटेल सहित योजना के हितग्राही उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना ने देश-प्रदेश को जकड़ लिया है। जिससे हम सभी लड़ रहे है। अभी भी संकट टला नही है। इससे बचने के लिए मास्क हमारे अंग का अनिवार्य हिस्सा बन गया है, जिसे लगाकर रखे। साथ ही सामाजिक दूरी बनाये। शादी-विवाह की भीड़ से कोरोना का वायरस फैलता है। इसलिए हमें सजग रहकर कोरोना की बीमारी को कन्ट्रोल करना है। उन्होने कहा कि बीमारी का यही उपाय है कि घर में रहे, दो गज की दूरी बनाई जावे। उन्होने कहा कि कोरोना के वायरस को रोकने के लिए 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया है। कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे कन्ट्रोल हो रहा है। इसलिए 1 जून से कोरोना कर्फ्यू हटाया जावेगा।
उन्होने कहा कि निर्माण श्रमिकों के खाते में 1-1 हजार रूपये की राशि कोरोना संकटकाल में सहयोग के लिए डाली गई है। साथ ही तीन माह के राशन की सुविधा प्रदान की गई है। आगामी माह में भी दो माह का राशन और दिया जावेगा। इस प्रकार से 5 माह का निःशुल्क राशन निर्माण श्रमिकों को प्राप्त होगा। जिससे निर्माण श्रमिक अपने परिवार की परवरिश करने में सहायक बनेंगे। उन्होने कहा कि हम सभी को मिलकर कोरोना की बीमारी को कन्ट्रोल करना है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संबंल योजना के अंतर्गत निर्माण श्रमिकों को कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इन सुविधाओं का लाभ भाई-बहन निर्माण श्रमिक उठावे। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना, विशेष अनुग्रह योजना, मुख्यमंत्री कोविड बाल कल्याण योजना के अलावा कई योजनाओं में कोरोना पीडित परिवारों को लाभ देने की व्यवस्था की गई है। उन्होने कहा कि कोरोना का टेस्ट सभी को कराना चाहिए। साथ ही बीमारी के लक्षण प्रतीत होने पर सेम्पल देते रहना चाहिए। जिससे बीमारी के लक्षणों का पता लगाने में आसानी होगी। उन्होने कहा कि मरीजो की सुविधा के लिए कोविड केयर सेंटर चालू रहेगे। इसी प्रकार कोरोना कर्फ्यू खुलने के बाद भी भीड़ वाले कार्यक्रम नही होगे। कोरोना टेस्ट में अगर कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव आता है। उसे कोविड केयर सेंटर में भर्ती करने की सुविधा प्रदान की जावेगी। साथ ही आईसोलेट होने पर घर में ही दवाईयां आदि की व्यवस्था की जावेगी। जिसमें सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होने कहा कि यह सभी व्यवस्थाएं जारी रहने पर तीसरी लहर का सामना करने में आसानी होगी। उन्होने कहा कि सभी को वैक्सीन लगवाना जरूरी है। वैक्सीन लगवाने से घबराने की जरूरत नही है। बल्कि यह वैक्सीन कोरोना के खतरा से निजात दिलायेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार कोविड उपचार योजना में कोरोना का निःशुल्क इलाज कर रही है। आयुष्मान कार्डधारी व्यक्ति एवं उसके परिवार को वर्ष में पाँच लाख रूपये तक सम्बद्ध निजी अस्पतालों में निःशुल्क इलाज की सुविधा दी गई है। इसके अलावा सभी शासकीय अस्पतालों एवं अनुबंधित अस्पतालों में भी कोरोना का निःशुल्क इलाज हो रहा है। प्रदेश में कोरोना से माँ-बाप की मृत्यु पर बच्चों को पाँच हजार रूपये मासिक पेंशन देने की योजना भी चालू की गई है। सरकार संकट के समय पूरी तरह आपके साथ है। आपका भाई आपके साथ खड़ा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से टीकमगढ़ जिले के निर्माण श्रमिक श्री परीक्षित अहिरवार, इंदौर की श्रीमती शशि वर्मा, मंडला की श्रीमती गिरिजा वनवासी, भिंड के श्री प्रसाद राठौर तथा सीहोर की श्रीमती लता मालवीय से बातचीत भी की। उन्होंने पूछा कि कोरोना के दौरान पाबंदियाँ लगाने पर वे अपने भाई से गुस्सा तो नहीं हैं। यदि कोरोना कर्फ्यू नहीं लगाया जाता तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित नहीं होता, यह जरूरी था। अब कोरोना नियंत्रित हो गया है, अतः हम धीरे-धीरे पाबंदियाँ खत्म करेंगे। स्थानीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह निर्णय करेंगे कि क्या खुले और कब-कब खुले। सभी ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू तो जरूरी था। यह नहीं होता तो कोरोना नहीं जाता। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से आपको अपने गाँव-शहर की खुद सुरक्षा करनी पड़ेगी। सारी सावधानियों का पालन करें। साथ ही वैक्सीन जरूर लगवाएँ। यह कोरोना से बचने का सुरक्षा चक्र है।