WhatsApp Privacy Policy Update:digi desk/BHN/ व्हाट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी का मुद्दा एक बार फिर गर्म है। कारण- WhatsApp यूजर्स के लिए इस प्राइवेसी पॉलिसी को स्वीकार करने का तारिख करीब आ रही है। अधिकांश यूजर्स को WhatsApp यूज करते समय पॉलिसी स्वीकार करने का मैसेज भी आ रहा है। बहरहाल, ताजा खबर WhatsApp यूजर्स को खुश करने वाली है। जानकारी के मुताबिक, WhatsApp ने सरकार को बताया है कि जो यूजर्स WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी को स्वीकार नहीं करेंगे, उनकी सेवा में किसी तरह की कमी नहीं की जाएगी। बता दें, कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि जो यूजर्स WhatsApp Privacy Policy स्वीकार नहीं करेंगे, उनके लिए कॉलिंग समेत कुछ अन्य ऑप्शन खत्म हो जाएंगे।
सरकार ने मांगा था जवाब, जानिए क्या खासा है कंपनी के ईमेल में
WhatsApp Privacy Policy के मामले में केंद्र सरकार ने नई प्राइवेसी पॉलिसी वापस लेने का निर्देश दिया था, जिसके बाद अब कंपनी के प्रवक्ता ने सरकार को लिखा है कि यूजर्स की प्राइवेसी उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहेगी। कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर दी जाने वाली सुविधाओं को आने वाले हफ्तों में सीमित नहीं करेगी।
निरंकुश इंटरनेट मीडिया पर कार्रवाई की तैयारी
इस बीच, एक और अहम सूचना के मुताबिक, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसी विदेशी इंटरनेट मीडिया कंपनियों का मनमाना रुख सीधे तौर पर देश के कानून और सरकार के निर्देशों के लिए चुनौती बनने लगा है। ये प्लेटफार्म खुद को एक तरह से संप्रभु मानने लगे हैं। यह एक बार फिर से साबित होने लगा है। भारत से मोटी कमाई कर रही इन विदेशी कंपनियों ने भारत में ग्रीवांस आफिसर, कंप्लायंस आफिसर, नोडल आफिसर की तैनाती, 15 दिन के अंदर शिकायत का निपटारा करने की व्यवस्था, आपत्तिजनक पोस्ट की निगरानी जैसी सामान्य व्यवस्था करने से भी इन्कार कर दिया है। सरकार ने 25 फरवरी 2021 को तीन महीने के अंदर इसका पालन करने का निर्देश दिया था लेकिन कंपनियां अपने पुराने रुख पर ही अड़ी हुई हैं। ऐसे में संभाव है कि सरकार भी सख्त तेवर दिखाते हुए इंटरमीडियरी (मध्यस्थ) के रूप में उन्हें मिल रही सुविधाएं खत्म कर दे। ऐसा होने पर प्लेटफार्म पर किसी भी पोस्ट के लिए कंपनी जिम्मेदार मानी जाएगी। सरकार के अंदर एक धड़ा का मानना है कि इनकी निरंकुशता पर लगाम लगाना बेहद जरूरी है।