Rashi Parivartan 2021:digi desk/BHN/ एक जून 2021 को सुबह 8:31 को सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। वहां पर पहले से ही वृषभ राशि में राहु विराजमान है। यह ग्रह गोचर जो बना है, वह ग्रहण योग का निर्माण करता है। सूर्य और राहु जब एक आ जाते हैं, उसको ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण योग कहां गया है। यह ग्रहण योग सभी राशियों के ऊपर अलग-अलग तरह से परिणाम देगा। 2 जून को मंगल भी कर्क राशि में प्रवेश करेंगे तो यह जो ग्रह गोचर के परिणाम है। हमारे जीवन के ऊपर परिणाम निश्चित रूप से देंगे, कुछ परिस्थितियों में हमारे जीवन में बहुत सारा सुधार आएगा। करुणा का जो विस्तृत स्वरूप हो गया है, उसमें कमी नजर आएगी। फिर मंगल जो है नीच राशि में कर्क राशि में जा रहे हैं तो उस समय जो हमारे समाज में पुलिस विभाग आता है। कई लोगों की नौकरी पर भी आंच आ सकती है क्योंकि राहु सूर्य के साथ मिलकर ग्रहण दोष बना रहा है।
यह सूर्य और राहु एक दूसरे के परस्पर शत्रु ग्रह होने के कारण राहु को सूर्य मार देगा। हालांकि हमारे इतिहास में यह कहा गया है कि राहु का सुरक्षित विष्णु भगवान ने किया था और उसको सूर्य देव ने दर्शित किया था। तो राहु का यहां पर सूर्य के साथ आने से राहु कमजोर आ जाएगा। राहु के अंतर्गत विवाह आते हैं उसमें कमी नजर आएगी खास करके मेष और वृश्चिक राशि को थोड़ा सतर्क रहना पड़ेगा।
एक जून के बाद देश की राजनीति में बहुत सारा सुधार आएगा। यहां से भारत की राजनीति बहुत सफल होगी। केंद्र सरकार को जो विपत्ति का सामना करना पड़ रहा था। अब वह इससे के बाद पूरी तरह से नष्ट होता दिखाई देगा। जो जातक राहु से प्रभावित है उनको सूर्य की वजह से तकलीफ हो सकती है। वहीं फायदा यह रहेगा कि जो बीमारी हमारी फैल रही थी, उसको रोक लगेगी। कोरोना बहुत सारा कंट्रोल में आ जाएगा।
गोचर वृषभ राशि में बन रहा है उसकी दृष्टिगोचर की मंगल की राशि वृश्चिक पर जा रही है। इसका परिणाम होगा कि मरने वालों की संख्या में कमी आएगी। संक्रमित बीमारी है वह सूर्य की तेज से काफी हद तक सीमित रहेगी। अब इसमें सूर्य का साथ आना कहीं राज्यों में राजनीतिक भूचाल आएगा। कई प्रदेशों में राजनीतिक अस्थिरता नजर आएगी। जो लोग दुष्ट प्रवृत्ति के चल रहे थे उनको भी सजा मिलेगी।
(यह जानकारी हस्तरेखातज्ञ पंडित विनोद जी ने दी)