सतना । विंध्य एवँ महाकौशल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कोविड-19 की वजह से पिछले छह माह से बंद चित्रकूट एक्सप्रेस को चलाने के लिए रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। जबलपुर से कानपुर होते हुए लखनऊ जाने वाली एक मात्र चित्रकूट एक्सप्रेस के बंद होने से जबलपुर का कानपुर और लखनऊ से सीधा संपर्क टूट गया था। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए मांग को प्रमुखता से उठाया गया था। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन को चलाने के लिए स्वीकृति दे दी है। इस ट्रेन के साथ ही रेलवे ने जबलपुर से मुंबई जाने वाली गरीब रथ, जबलपुर-हावड़ा शक्तिपुंज, जबलपुर-सोमनाथ के साथ भोपाल से जबलपुर होकर दुर्ग जाने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस को भी चलाने का निर्णय लिया है।
1 अक्टूबर से चल सकती है चित्रकूट
रेलवे बोर्ड ने पांच प्रमुख ट्रेनों को चलाने पर सहमति दी है। मंगलवार शाम को रेलवे बोर्ड से इस संबंध में आदेश जारी होते ही जबलपुर रेल मंडल ने इन ट्रेनों को चलाने की तैयारी शुरू कर दी । 6 माह से इन ट्रेनों के रैक खड़े हैं। आदेश मिलने के बाद ही इनका मेंटेनेंस शुरू हो गया है। इसके साथ ही पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) पर इन ट्रेनों का समय और किराया अपडेट करने के निर्देश दे दिए हैं। उम्मीद है कि 1 अक्टूबर से इन सभी ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। हालांकि रेलवे, यात्रियों को ट्रेन में रिजर्वेशन के लिए पर्याप्त समय देना चाहती है।
जबलपुर से कटनी, सतना होते हुए उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ और कानपुर को जोड़ने वाली एकमात्र चित्रकूट एक्सप्रेस है। इनके बंद हो जाने के बाद जबलपुर से यात्रियों को सड़क के रास्ते ही यहां जाना पड़ रहा था। ट्रेन और निजी वाहन के किराए में अंतर होने की वजह से कई लोग जा भी नहीं पा रहे थे। अब जबलपुर मंडल ने ट्रेन चलाने का प्रस्ताव तैयार कर पमरे के जरिए बोर्ड को भेजा और बोर्ड ने इस पर सहमति दे दी।