उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक युवा बाघ की मौत होने की जानकारी सामने आई है। इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क के मानपुर बफर जोन क्षेत्र अंतर्गत बड़खेरा बीट में हुई है। इस बीट में एक युवा बाघ की संदिग्ध परिस्थियों में मौत होने की खबर मिली है। बताया गया है कि सुबह जंगल में गश्त करने के लिए गए वन अमले ने बाघ का शव देखा और इसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी। इसके बाद वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। लेकिन अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि आखिर बाघ की मौत कैसे हुई है।
डॉग स्क्वॉड पहुंचा
घटना की जानकारी मिलने के बाद न सिर्फ रेंज अधिकारी, एसडीओ और फील्ड डायरेक्टर मौके पर पहुंच गए बल्कि घटनास्थल का मुआयना करने के लिए डाग स्क्वायड को भी मौके पर भेजा गया है। घटनास्थल के आसपास का मुहाना करने के बाद आगे की कार्रवाई में वन अमला जुटा हुआ है। दोपहर बाद तक इस मामले में वन विभाग ने अपनी तरफ से कोई जानकारी मीडिया के लिए जारी नहीं की। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद ही कुछ बताया जाएगा।
शिकार की आशंका
बाघ की मौत के मामले में शिकार की आशंका भी व्यक्त की जा रही है। प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त क्षेत्र में शिकारियों के भी सक्रिय होने की लगातार गुप्त खबर वन विभाग को थी। यहां शिकारियों के सक्रिय होने कि सूचनाओं के आधार पर ही यह खबर निकल कर आ रही है कि बाघ की मौत भी शिकार का ही परिणाम है। वन विभाग को दी गई सूचना के अनुसार दी गई जानकारी के मुताबिक मृत बाघ के शरीर से महत्वपूर्ण अवशेष गायब होने की जानकारी भी मिल रही है। वहीं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन मामले को छुपाने का प्रयास कर रहा है और सभी अधिकारियों ने अपने अपने मोबाइल बन्द कर लिए हैं। कोई भी जानकारी देने के लिए तैयार नहीं।
इस साल बाघों और तेंदुओं की मौत
- 19 जनवरी को दमना बीट में एक बाघ शावक की मौत हुई है। बाघ शावक की मौत को पार्क प्रबंधन ने पूरी तरह से छुपा लिया है। चुपचाप बाघ का पीएम करा कर उसके शव को आग के हवाले कर दिया गया।
- 14 एवं 15 फरवरी 2021 की दरम्यानी रात पनपथा बफर परिक्षेत्र की जाजागढ़ बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 395 मे भदार नदी के किनारे बमरघाट में बाघों की लडाई हुई थी जिसमें एक बाघ की मौत हो गई।
- तौर रेंज की उमरिया बकेली वीट के कक्ष क्रमांक 191बी में 17-18 फरवरी की मध्य रात्रि में एक नर तेंदुआ बाघ के हमले में मारे जाने की जानकारी 18 फरवरी की शाम 5 बजे गश्त के दौरान हुई थी।
- 29 मार्च को एक बाघिन का शव बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी जोन की रोहनिया बीट में पाया गया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि बाघिन की मौत 3 से 4 दिन पहले हो गई थी।
- 31 मार्च को एक बाघिन की मौत हुई।
- 8 अप्रैल को एक तेदुंए का शव जंगल में पाया गया।
- 4 अप्रैल को सुबह 7 बजे गश्ती दल द्वारा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर परिक्षेत्र की कसेरू बीट के कक्ष क्रमांक 192बी में बमेरा कसेरु मार्ग के किनारे एक मादा तेंदुए का शव पाया गया था।
- 14 अप्रेल को बनबेई बीट में 4 साल की बीमार बाघिन की मौत हो गई।