World Asthma Day 2021: digi desk/BHN/भोपाल/ कोरोना ने एक साल के भीतर कई तरह की दुश्वारियां दी है, लेकिन अस्थमा के मरीजों को राहत भी इस दौरान मिली है। इसकी बड़ी वजह यह की लोगों ने मास्क लगाया। लॉकडाउन के चलते प्रदूषण भी कम रहा। इस वजह से अस्थमा के मरीजों तकलीफ नहीं बढी।भोपाल के स्वास रोग विशेषज्ञों का कहना है कि अस्थमा के नए मरीज पिछले एक साल में करीब 50 फीसद कम हुए हैं। हमीदिया अस्पताल की श्वास रोग विभाग की ओपीडी में आने वाले मरीजों में करीब 10 फीसद अस्थमा के होते थे। पिछले एक साल में यह आंकड़ा चार से पांच फीसद के बीच रहा है।
छाती व श्वास रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पीएन अग्रवाल ने बताया कि पहले से ऐसी खबरें आ रही थी कि अस्थमा के मरीजों के लिए कोरोना ज्यादा खतरनाक है, इस कारण अस्थमा के मरीजों ने विशेष सतर्कता बरती। इस वजह से कोरोना से बचे रहे। नए मरीज भी 40 से 50 फीसद तक पिछले एक साल में कम हो गए हैं।