Corona impect:छतरपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ महाराष्ट्र सहित देश के अन्य हिस्सों में कोरोना विस्फोट की स्थिति बनने के बाद मजदूर वर्ग अब दोबारा गांव वापस लौटने लगा है। बस स्टैंड में इन दिनों दिल्ली, झांसी, सागर, भोपाल, जबलपुर से आने वाली बसों में सामान्य यात्रियों की अपेक्षा मजदूर अधिक संख्या में आ रहे हैं। जिले में पिछले साल भी कोरोना का पहला मरीज महानगर से वापस अपने गांव लौटने वाला युवक ही मिला था। इस बार भी अगर महानगरों से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन न कराया गया तो जिले में खतरनाक स्थिति हो सकती है।
पिछले साल मार्च में लॉकडाउन के बाद बड़ी संख्या में मजदूर महानगरों से गांव लौटे थे। लॉकडाउन के दौरान करीब 20 हजार से अधिक लोग अपने-अपने गांव वापस लौटे थे। दीपावली तक स्थिति में कुछ हद तक सुधार होने के बाद अधिकांश मजदूर रोजगार की तलाश में वापस महानगरों की ओर लौट गए थे। चार माह बाद फिर से स्थिति बिगड़ने पर अब ये मजदूर दोबारा गांवों की ओर लौटने लगे हैं। छतरपुर से सबसे अधिक मजदूर दिल्ली, नोएडा, सूरत, जम्मू, लुधियाना, गाजियाबाद में मजदूरी का काम करते हैं।
मजदूर बोले, पहले से खराब हो रही है स्थिति
छतरपुर बस स्टैंड पर शुक्रवार की सुबह दिल्ली बस से वापस आए रामकृपाल कुशवाहा ने बताया कि वे गुरुग्राम में सात साल से वहां काम कर रहे हैं। पिछले लॉकडाउन में वापस आ गए थे। स्थिति सामान्य होने पर जनवरी में ठेकेदार वापस ले गया था, लेकिन अब फिर से कोरोना फैल रहा है तो मैं परिवार को लेकर निकल आया हूं दूसरे लोग भी वहां से वापस लौट रहे हैं। पीरा गांव के शिशुपाल अहिरवार ने बताया कि उनका परिवार मोहाली में कृषि यंत्र बनाने वाली फैक्टरी में काम करता था। पहले जैसे हालात न हो जाएं इसलिए वह अपने परिवार को वापस लेकर आ गया है। इस तरह मझगुवां के किशोरी लाल अहिरवार ने भी बताया कि वह दिल्ली से लौट आए हैं और अब दोबारा नहीं जाएंगे।