अनूपपुर। अनूपपुर जिले में सोमवार को बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत गलैया टोला में सरोज कोल (45) उर्फ मुन्नी बाई का शव झाड़ियों में संदिग्ध अवस्था में पाया गया था। इस पर पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मामले की जांच प्रारंभ की। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर महिला की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। महिला की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके अपने दत्तक पुत्र ने ही की थी, जिसे पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया गया।
महिला की मौत के संबंध में उसके दत्तक पुत्र राजकुमार कोल पिता प्रदीप कोल से पुलिस के द्वारा पूछताछ की गई। जो कि संदेहास्पद प्रतीत होने पर उसके संबंध में जानकारी जुटाने पर पता चला कि वह कई दिनों से पिकअप वाहन इस शर्त पर किराए में लेने की फिराक में है कि किराए की पिकअप को खुद लेकर मनेन्द्रगढ़ तक जाएगा।
मनोवैज्ञानिक तरीके से बारीकी से पूछताछ की गई तो आरोपी राजकुमार (18) निवासी ने बताया कि उसकी बड़ी मां (मृतिका सरोज कोल) उसे कहीं आने-जाने नहीं देती थी, घर में रखती थी और गाली-गलौज व मारपीट करती थी। 17 सितंबर की रात भी उसे मोहल्ले के गणेश विसर्जन में नहीं जाने दिया तो मोहल्ले के उसके साथी उसका मजाक उड़ाने लगे। इस पर उसने अपनी बड़ी मां की हत्या की साजिश रची तथा 17 सितंबर की दरमियानी रात 2:30 बजे जब महिला सो रही थी। तब उसके सिर के दाहिने हिस्से में प्राणघातक हमला कर उसकी हत्या कर दी।
नहीं थी कोई संतान, इसलिए छोटी बहन के बेटे को बचपन से अपने बेटे जैसा पाला
मृतिका सरोज कोल के पति की भी मौत हो चुकी है और कोई संतान भी उसे नहीं थी, जिसको देखते हुए उसने अपनी छोटी बहन मुन्नी बाई के वास्तविक पुत्र राजकुमार को बचपन में ही गोद ले लिया था। तब से वह मृतिका के साथ ही रहता था, उसके पहचान दस्तावेज में मृतिका तथा उसके पति का नाम दर्ज है।
कार्रवाई में यह रहे शामिल
अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में एफएसएल टीम के डॉक्टर प्रदीप, बिजुरी पुलिस के निरीक्षक विकास सिंह, सोने सिंह परस्ते, उदय प्रजापति, विपिन बिहारी राय और रवि करण पयासी शामिल रहे।