सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2021 में पंचायतों की वल्नरेबल एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्रों की मैपिंग कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री विमलेश सिंह ने सभी अनुविभागीय अधिकारी एवं रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा सभी तहसीलदारों को आगामी पंचायतों के आम निर्वाचन 2021 के दौरान वल्नरेबल एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्रों की मैपिंग का कार्य सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन के लिये आवश्यक है कि ऐसे मतदान केन्द्र की पहचान की जाये, जहां के मतदाता हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में रहते हैं अथवा स्वतंत्र मतदान करने के लिये उन्हें रोकने या बाधित करने की संभावना है। पंचायत निर्वाचन में ग्राम पंचायत सबसे छोटी इकाई है, इसलिये वल्नरेबल क्षेत्र के रूप में ग्राम पंचायत को एक इकाई के रूप में माना जाना चाहिये। इसके अलावा क्रिटिकल मतदान केन्द्र के रूप में ऐसे मतदान केन्द्रों को चिन्हित किया जायेगा, जहां किसी मजरे टोले के मतदाताओं के बीच हिंसा, भय, धमकी की संभावना हो। प्रत्येक मतदान केन्द्र के पुराने निर्वाचन परिणामों के सदंर्भ में जहां 75 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ हो और किसी एक अभ्यर्थी को 75 प्रतिशत मतदान किया गया हो, ऐसे मतदान केन्द्र भी क्रिटिकल माने जायेंगे। पिछले चुनावों में जिन मतदान केन्द्रों में पुर्नमतदान हुआ हो या मतदान केन्द्र के संबंधी कोई घटना प्रकाश में आई हो, उन्हें भी क्रिटिकल माना जाये।
राज्य निर्वाचन आयोग के निदेर्शानुसार मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य प्रचलन में होने से इन्फ्रा मैपिंग मोबाइल ऐप का कार्य स्थगित किया गया था। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 3 मार्च 2021 को हो चुका है। आयोग के निदेर्शानुसार उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री विमलेश सिंह ने सभी अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, जनपद सीईओ तथा नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देशित किया है कि मतदान केन्द्रों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी इन्फ्रा मैपिंग मोबाइल ऐप के माध्यम से शीघ्र अपलोड करायें।