BJP announced 63 candidates in for bangal:digi desk/BHN/कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बंगाल में सत्ता परिवर्तन की उम्मीदों के बीच तीसरे और चौथे चरण के लिए अपने 63 उम्मीदवारों की रविवार (14 मार्च) को घोषणा की. तीसरे चरण की कुल 31 में से 27 सीटों के प्रत्याशी घोषित किये गये, जबकि चौथे चरण की 44 में से 36 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया गया.
भाजपा ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो समेत भाजपा के कम से कम चार सांसदों को बंगाल में विधानसभा चुनाव का टिकट दिया है. बांग्ला फिल्म जगत की तीन हस्तियों के साथ-साथ एक डॉक्टर और देश के जाने-माने अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है. अशोक लाहिड़ी उत्तर बंगाल के अलीपुरदुआर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.नयी दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में केंद्रीय चुनाव समिति ने प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगायी.
भाजपा ने राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता को तारकेश्वर से टिकट दिया है, तो सांसद नीशीथ प्रमाणिक को दीनहाटा, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को टालीगंज, लॉकेट चटर्जी को चुंचुड़ा से मैदान में उतारने का फैसला किया है.
इसी तरह युवा दिलों की धड़कन और बांग्ला फिल्मों के जाने-माने अभिनेता यश दासगुप्ता को चंडीतला, अभिनेत्री पायल सरकार को बेहाला पूर्व और अभिनेत्री तनुश्री चक्रवर्ती को हावड़ा जिला के श्यामपुर से टिकट दिया है. डॉ इंद्रनील खान को कसबा से मैदान में उतारा गया है.
इस अवसर पर बंगाल की नेता और केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी ने कहा कि बंगाल में सभी परिवर्तन चाहते हैं. 10 साल तक जो परिवर्तन की सरकार थी, उससे लोग पूरी तरह निराश और हताश हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मामले में युवाओं को इस सरकार ने हताश किया है. इस परिस्थिति से लोग निकलने के लिए बेताब हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सोनार बांग्ला का लक्ष्य रखा गया है.
सिर्फ सरकार बदलने के लिए परिवर्तन नहीं
उन्होंने कहा कि बंगाल में इस बार सिर्फ सरकार बदलने के लिए परिवर्तन नहीं. 44 साल तक जो सिर्फ राजनीति हुई है, उससे लोगों को मुक्ति चाहिए. बंगाल काफी पिछड़ गया है. लॉकडाउन और कोरोना के काल में लोगों ने देखा है कि सब असहाय हो गये. लाखों लोग अन्य राज्यों से बंगाल में लौटे. बंगाल ने पूरे विश्व को प्रसिद्ध हस्तियां दीं.
उन्होंने कहा कि 44 साल (34 साल की कम्युनिस्ट और 10 साल की टीएमसी सरकार) में बंगाल से सिर्फ प्रवासी श्रमिक तैयार हुए. अब लोग बंगाल का विकास चाहते हैं. इसलिए भाजपा की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं. कहा कि मालदा जिला में तृणमूल कांग्रेस की एक आदिवासी महिला उम्मीदवार टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गयीं, क्योंकि उनका मानना था कि तृणमूल का कोई उम्मीदवार मालदा जिला में इस बार नहीं जीत पायेगा.