इंदौर। कुख्यात सलमान लाला की उम्र 24 साल है और उस पर 25 से ज्यादा अपराध दर्ज हैं। वह फिल्म रईस की तर्ज पर अपराध जगत का बादशाह बनना चाहता था। संभ्रांत परिवार के लड़के-लड़कियों को जाल में फंसाता था। उनसे अपराध करवाता था। छोटे बच्चों से नशे का कारोबार करवाता था। यह खुलासा उसकी गैंग हिस्ट्रीशीट और कॉल डिटेल से हुआ है।
छोटी खजरानी निवासी सलमान लाला, उसके भाई सिद्दू को विजय नगर थाना पुलिस ने गांजा व शराब के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लाला की कुंडली बनाई तो उसकी गैंग के सदस्यों के नाम सुनकर चौंक गए। उसमें बिल्डर, व्यापारी और फाइनेंसर के लड़के, लड़कियां भी शामिल हैं।
टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक, लाला का अपराध करने का तरीका अलग है। ब्रांडेड कपड़े पहनने और महंगी गाड़ियों में घूमने का शौकीन लाला पहले लड़कों से दोस्ती करता है और सिगरेट, गांजा, स्मैक की लत लगाता है। उनके फोटो, वीडियो बना लेता है। उसकी सात युवतियों से दोस्ती है। युवतियां महंगे कॉलेज-स्कूलों में पढ़ती है और रसूखदार परिवारों से ताल्लुक रखती है।
तहजीब काजी चार साल पहले एमआइजी थाने में पदस्थ थे। तब जानकारी मिली थी कि लाला फिल्म रईस की तर्ज पर अपराध कर रहा है। वह छोटे बच्चों से गांजा की पुड़िया, शराब के क्वार्टर, स्मैक बिकवाता है। पुलिस कई बार उन्हें पकड़ती लेकिन बच्चा समझकर छोड़ना पड़ता। इससे लाला हजारों रुपये रोज कमाने लगा।
टीआइ का तुकोगंज थाने में तबादला हो गया। यहां एक बिल्डर के बेटे को चेन लूट के आरोप में गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने लाला के इशारे पर चेन लूटना कबूला। इसके बाद काजी विजय नगर थाने आ गए। यहां रवि परमानंद, विकास उर्फ दाऊ और शुभम को पकड़ा तो लाला का नाम बताया। टीआइ ने लाला को फरार घोषित किया और तलाश में छापे मारे।
भाई करते थे जमानत और फरारी की व्यवस्था
टीआइ के मुताबिक, गैंग में भाई रिजवान, सिद्दू, गोलू उर्फ लइक सहित अरुण मालवीय, छोटा आदिल, बड़ा आदिल सहित करीब 25 युवा शामिल हैं। ये अपराधों में सहयोग करते हैं। लाला के भाई वसूली, जमानत, जेल मुलाकात, फरारी की व्यवस्था करते हैं।