सतना,भास्कर हिंदी न्यूज। बेहद शातिराना अंदाज में नाबालिग लड़कियों और शहर के बड़े घरानों की महिलाओं को अपने जाल मे फंसाकर उनका यौनशोषण करने और ब्लैकमेलिंग करने वाले दुष्कर्मी सिकंदर खान उर्फ समीर खान का अरबपति बनने का सपना और उसके पूर्व पार्षद भाई रईस के राजनीतिक रसूख अंतत: नगर निगम के बुलडोजर के जबड़ों ने दफन कर दिया। नगर निगम के आला अफसरों ने सिकंदर के अवैध फार्महाउस को 24 घंटे की मोहलत देने का बाद बुधवार को उसे ढहा दिया। इसके पूर्व सिकंदर के परिजनों एवं उसके राजनीतिक रसूखदार भाई रईस ने अपने स्तर पर हर संभव कोशिश की लेकिन नियम कानूनों के आगे उसकी एक न चली।
बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी के बीच शाम पांच बजे नगर निगम की जेसीबी मशीन के जबड़ों ने सिकंदर के अय्याशी के अड्डे फार्म हाउस को जमींदोज करने का काम शुरू कर दिया। तकरीबन दो घंटे चली कार्रवाई में जेसीबी ने अवैध फार्महाउस को मलबे में बदल दिया। कार्रवाई को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग फार्महाउस के पास मौजूद थे।
बेबस हो अय्याशी के अड्डे को जमीदोज होते देखते रहे परिजन
फार्महाउस को ढहाने के पूर्व पुलिस ने एक बार फिर फार्म हाउस की तलाशी ली, दो कमरों में मौजूद सामान की जप्ती बनाई। सिकंदर के परिजनों की मौजूदगी में नगर निगम ने बड़ी बेरहमी से दोनों कमरों और चारदिवारी को मलबे में बदल डाला। इस दौरान पुलिस के आला अफसर भी मौजूद रहे। कार्रवाई के दौरान कोई अनहोनी न हो इसलिए भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया था।
पुलिस ने आज भी तलाशे राज
चार दिन की रिमांड मिलने के बाद पुलिस ने बुधवार को भी पूरी मुस्तैदी से सिकंदर के शिकार लोगों की तलाश की। बताया जाता है कि कुछ और लोग सिकंदर उर्फ समीर खान की करतूतों को एसपी द्वारा गठित की गई एसआईटी के सामने लेकर पहुंचे। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि लोग खुल कर सिकंदर की कारगुजारियों को सामने लायें। ऐसे लोगों के नाम और पहचान बिलकुल गोपनीय रखी जायेगी।
गरीबों का चावल गेंहू डकारने वाले ने लोन दिलाने के नाम पर भी डकारे पैसे
सिकंदर की करतूतों को लेकर एक खुलासा बुधवार को हुआ है। सूत्रों के मुताबिक सिकंदर ने अपने राजनीतिक रसूख का हवाला देकर कई गरीबों को लोन दिलाने के नाम पर भी पैसे डकारे हैं। बताया जाता है कि नगर निगम तथा बैंको से लोन दिलाने के लिए सिकंदर ने कई गरीबों से पांच पांच हजार रुपये डकार लिये। लोगों को जब लोन नहीं मिला तो उन्होंने सिकंदर से अपने पैसे मांगे, इसके बाद सिकंदर ने उनसे गाली गलौज की तथा धमकियां दीं।
भोपाल ले गई पुलिस
सिकंदर के कारनामों की जांच में जुटी पुलिस को जैसे ही भोपाल में फ्लैट होने और बैंक खाते होने की जानकारी मिली वैसे ही पुलिस ने भोपाल पुलिस से संपर्क कर प्राथमिक जानकारियां बटोरी और बुधवार को आरोपी को लेकर भोपाल रवाना हो गई। पुलिस को उम्मीद है कि भोपाल के बैंक खाते और आरोपी के कोलार स्थित फ्लैट से और भी सनसनीखेज खुलासे हो सकते हैं। पुलिस का मानना है कि बेहद शातिर सिकंदर बैंक के लाकर्स में सूदखोरी के दस्तावेज और नाबालिग लड़कियों व रईस घरानों की महिलाओं की आपत्तिजनक सामग्री बरामद हो सकती है।
शास्त्री चौक में पान वाला संभालता था सूदखोरी का धंधा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिकंदर उर्फ समीरखान ने बाजार में काफी पैसा ब्याज पर चढ़ा रखा है। इसके लिए उसने शास्त्रीचौक स्थित एक पान वाले को जिम्मेदारी सौंप रखी है। जो उसके सूद के पैसे और जरूरतमंदों के लिए पैसे का इंतजाम सिकंदर के माध्यम से करता है।
अब नजर कंपनीबाग के अवैध निर्माण पर
नगर निगम के सूत्रों के मुताबिक फार्महाउस को धराशायी करने के बाद प्रशासन की नजर अब कंपनी बाग स्थित सिकंदर के पैतृक आवास पर है। उल्लेखनीय है कि सिकंदर खान का पैतृक निवास नजूल की जमीन पर बना हुआ है जिसकी लीज समाप्त हो चुकी है। इसके अलावा आसपास की जमीन पर भी सिकंदर के परिजनों ने कब्जा कर रखा है। नगर निगम सूत्रों की मानें तो आला अफसरों से निर्देश मिलते ही बुलडोजर का जबड़ा कंपनीबाग की तरफ मोड़ दिया जायेगा।